जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. प्रतापगढ़ पुलिस ने जूही शुक्लपुर गाँव में बनाये गए कोरोना माता के मन्दिर को जेसीबी के ज़रिये ढहा दिया. इस मन्दिर को ग्रामीणों ने आपस में चंदा जमाकर बनवाया था. मन्दिर में स्थापित कोरोना माता की मूर्ति को विशेष ऑर्डर पर कारीगर ने तैयार किया था. मूर्ति में कोरोना माता मुंह पर मास्क लगाए थीं.
ग्रामीणों ने मन्दिर की दीवार पर लिखवाया था कि मास्क लगाएं, हाथ धोएं और दूर से दर्शन करें. इस मन्दिर में आने वालों से कोरोना की सभी गाइडलाइंस का पालन कराया जाता था.
दरअसल जूही शुक्लपुर गाँव में तीन लोगों की कोरोना से मौत हो गई थी. इन मौतों के बाद गाँव के ही लोकेश श्रीवास्तव ने कोरोना माता का मन्दिर स्थापित करने का फैसला किया. उन्होंने मूर्ति का आर्डर कर दिया. उन्होंने गाँव वालों को समझाया कि कोरोना माता का मन्दिर स्थापित हो जायेगा तो गाँव के लोग सुरक्षित हो जायेंगे. इसके बाद ग्रामीणों ने मन्दिर के लिए दान का सिलसिला शुरू किया. पैसा आ गया तो मन्दिर भी तैयार हो गया.
देखते ही देखते मन्दिर की ख्याति फैलने लगी और दूर दराज़ के लोग प्रसाद लेकर कोरोना माता के मन्दिर में दर्शन के लिए आने लगे. लोग मन्दिर में पूजा करते, जल चढ़ाते और प्रसाद चढ़ाकर लौट जाते.
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कोरोना माता के मन्दिर में भीड़ बढ़ी तो पुलिस को लगा कि अंधविश्वास फैल रहा है. इसी के बाद पुलिस ने मन्दिर को गिराने का फैसला किया. पुलिस ने जेसीबी के ज़रिये रात में मन्दिर ध्वस्त कर दिया और मन्दिर का मलबा पांच किलोमीटर दूर फेंक दिया. मन्दिर की स्थापना करने वाले लोकेश श्रीवास्तव के भाई को हिरासत में लेकिन पुलिस पूछताछ कर रही है.