Friday - 25 October 2024 - 7:58 PM

18 देशों के स्वास्थ्य संस्थान हुए संयुक्त राष्ट्र की नेट ज़ीरो दौड़ में शामिल

डॉ. सीमा जावेद

अगले दस सालों में कार्बन एमिशन को आधा करने और 2050 तक नेट ज़ीरो एमिशन का स्तर प्राप्त करने के लिए 18 देशों में 3,000 से अधिक सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वास्थ्य देखभाल संस्थान प्रतिबद्ध हो गये हैं। रेस टू ज़ीरो अभियान में शामिल होने वाले इन अस्पतालों और स्वास्थ्य प्रणालियों के पहले समूह की घोषणा हेल्थ केयर विदाउट हार्म, रेस टू जीरो  हेल्थ केयर पार्टनर, संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय जलवायु चैंपियन, COP25, गोंज़ालो म्यूनोज़ ने की। रेस टू ज़ीरो के कड़े प्रवेश मानदंडों द्वारा मान्यता प्राप्त, दुनिया भर से 40 स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों के क़रीब, 18 देशों में 3,000 से अधिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए, ने 2030 तक उत्सर्जन को आधा करने और 2050 से पहले नेट ज़ीरो तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक प्रतिबद्धताएं की हैं।

Photo courtesy unpri.org

छह महाद्वीपों में फैले यह स्वास्थ्य देखभाल संगठन, अलग-अलग अस्पतालों, निजी स्वास्थ्य प्रणालियों और प्रांतीय स्वास्थ्य विभागों सहित विभिन्न संस्थानों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये स्वास्थ्य संस्थान अन्य रेस टू ज़ीरो सदस्यों से जुड़े हैं, जो पहले से ही अभियान में हैं और लगभग 4,000 के क़रीब हैं। इनमें शहर, कंपनियां, शैक्षणिक संस्थान और निवेशक शामिल हैं, और वैश्विक अर्थव्यवस्था के 15% से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं। संयुक्त राष्ट्र समर्थित रेस टू ज़ीरो अभियान 2030 तक वैश्विक उत्सर्जन को आधा करने और पेरिस समझौते के अनुरूप एक शून्य कार्बन दुनिया प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध राष्ट्रीय सरकारों के बाहर अब तक का सबसे बड़ा गठबंधन है।

“हम बेहद ख़ुश हैं कि ये स्वास्थ्य संस्थान रेस टू जीरो में शामिल हो गए हैं। जलवायु आपातकाल के मोर्चे पर चिकित्सकों के रूप में, इनका नेतृत्व एक स्वस्थ, स्वच्छ, और अधिक लचीली शून्य-कार्बन अर्थव्यवस्था के संक्रमण को तेज़ करने के लिए महत्वपूर्ण है,” UNFCCC (यूएनएफसीसीसी) जलवायु चैंपियन गोंज़ालो म्यूनोज़ ने कहा।

वैश्विक उत्सर्जन को कम करने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र का डीकार्बनाइज़ेशन महत्वपूर्ण है। हेल्थ केयर विदाउट हार्म रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र का जलवायु पदचिह्न वैश्विक नेट उत्सर्जन के 4.4% के बराबर है, जिसमें से अधिकांश सुविधा संचालन, आपूर्ति श्रृंखला और व्यापक अर्थव्यवस्था में उपयोग किए जाने वाले जीवाश्म ईंधन से उत्पन्न होता है। स्वास्थ्य देखभाल के डीकार्बनाइज़ेशन को निर्देशित करने के लिए, हेल्थ केयर विदाउट हार्म ने एक रोड मैप (नक्शा) तैयार किया है जो दर्शाता है कि सात उच्च-प्रभाव वाली कार्रवाइयों को लागू करने से 36 वर्षों में क्षेत्र के उत्सर्जन को 44 गीगाटन तक कम किया जा सकता है, जो प्रत्येक साल ज़मीन में 2.7 बिलियन बैरल से अधिक तेल रखने के बराबर।

अंततः मारिया नीएरा, WHO (डब्ल्यूएचओ) निदेशक, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य ने कहा कि, “इसमें एक स्वस्थ स्वास्थ्य रिकवरी दिख सकती है।

हेल्थकेर विदाउट हार्म (बिना नुकसान के स्वास्थ्य देखभाल) के स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र के रोड मैप (नक्शे) से पता चलता है कि कैसे सात उच्च प्रभाव वाली कार्रवाइयों को लागू करने से 36 वर्षों में क्षेत्र के उत्सर्जन को 44 गीगाटन तक कम किया जा सकता है, जो हर साल 2.7 अरब बैरल से अधिक तेल ज़मीन में रखने के बराबर है।

(लेखिका वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरणविद हैं )

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