जुबिली न्यूज़ डेस्क
वाराणसी। वाराणसी पुलिस ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ‘ऑपरेशन दस्तक’ की शुरुआत की है। इस अभियान में पुलिस हर अपराधी के ठिकानों पर जाकर उनकी जानकारी का सत्यापन करेगी। पुलिसकर्मी विकसित किए जा रहे एप को डाउनलोड कर अपराधियों का डिजिटल फाइल अपने स्मार्टफोन में रखेंगे।
पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश के अनुसार, ‘157 हत्यारों, 51 डकैतों, 380 लुटेरों, पांच अपहरणकर्ताओं, 518 चोरों, 1,164 वाहन चोरों, 153 चेन स्नैचरों और 338 गैंगस्टरों के रिकॉर्ड को डिजिटल कर दिया है।
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ये उन अपराधी के रिकॉर्ड हैं, जो पिछले पांच वर्षों में अपराध की दुनिया में सक्रिय रहे हैं। उनका संपूर्ण आपराधिक इतिहास और व्यक्तिगत विवरण उनकी नए तस्वीरों के साथ डिजिटल रूप में अपलोड किया गया है।’
इन सभी अपराधियों का सत्यापन संबंधित थानों द्वारा प्रत्येक अपराधी के ठिकानों पर पुलिस टीम भेजकर शुरू कर दिया गया है। साथ ही एक एप विकसित करने की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने कहा कि यह ऐप पुलिसकर्मी दिए गए लॉगिन आईडी और पासवर्ड के साथ अपने फोन में डाउनलोड करेंगे।
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पुलिस आयुक्त के मुताबिक चूंकि अपराधी तकनीकी विकास के साथ अपने संचालन की शैली को बदल रहे हैं, इसलिए उन्हें ट्रैक करने के लिए एक नई प्रणाली भी विकसित की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह ‘ऑपरेशन दस्तक’ तीन चरणों में चलाया जाएगा।
शुरूआती चरण में दस्तावेज के लिए पुलिसकर्मी हर अपराधी के घर पहुंचेंगे। इस कदम से अपराधी पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनेगा। इसके बाद उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में प्रगति के साथ अधिक पेशेवर अपराधियों के बारे में और विवरण इस ऐप में शामिल और अपडेट किए जाएंगे।