जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। टूलकिट मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल टूलकिट मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है। कुछ दिनों पहले भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस टूलकिट का इस्तेमाल कर भाजपा और देश की छवि खराब कर रही है, तो वहीं कांग्रेस ने इस आरोप को गलत बताते हुए इसके खिलाफ केस भी दर्ज कराया। हालांकि बाद में ट्विटर ने संबित पात्रा के ट्वीट्स को ‘मैनिपुलेटेड मीडिया’ की श्रेणी में रख दिया।
मैनिपुलेटेड मीडिया का मतलब ऐसी तस्वीरें, वीडियो या स्क्रीनशॉट को संदेहास्पद बताया जाता है जिसके जरिए दावे किए जाते हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने अब ट्विटर को पत्र लिखकर केंद्र के 11 मंत्रियों के ट्वीट्स को भी मैनुपुलेटिड मीडिया करार देने की मांग की है।
कांग्रेस की लिस्ट में गिरिराज सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, प्रहलाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, रमेश पोखरियाल, थावरचंद गहलोत, हर्षवर्धन, मुख़्तार अब्बास नक़वी और गजेन्द्र सिंह शेखावत जैसे बड़े नेताओं के नाम शामिल है। कांग्रेस ने इन नेताओं को लेकर कहा है कि ये लोग ट्विटर प्लेटफ़ार्म का गलत प्रयोग कर रहे हैं।
इतना ही नहीं कांग्रेस ने यहां तक कहा है कि इन नेताओं ने फर्ज़़ी टूलकिट के माध्यम से कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार किया है। उन्होंने अपने पत्र में इन नेताओं के ट्वीट के लिंक भी संलग्न किया है। अब देखना होगा क्या ट्विटर इसपर कोई कदम उठाता है या नहीं।
बता दें कि टूलकिट मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम दिल्ली और गुरुग्राम में ट्विटर इंडिया के दफ्तर पहुंची है।
हालांकि बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की टीम ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर दफ्तर गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस की स्पेशल सेल के करीब 6 सदस्य टीम यहां पर पहुंची थी।
बता दें कि टूलकिट मामला में राजनीतिक घमासान भी देखने को मिल रहा है। इसी के तहत दिल्ली पुलिस ने इस मामले में ट्विटर को नोटिस भेजकर उससे बीजेपी नेता संबित पात्रा के ट्वीट को मैनिपुलेटिव बताने पर स्पष्टीकरण मांगा था।