जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। टूलकिट मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम दिल्ली और गुरुग्राम में ट्विटर इंडिया के दफ्तर पहुंची है।
हालांकि बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की टीम ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर दफ्तर गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस की स्पेशल सेल के करीब 6 सदस्य टीम यहां पर पहुंची थी।
बता दें कि टूलकिट मामला में राजनीतिक घमासान भी देखने को मिल रहा है। इसी के तहत दिल्ली पुलिस ने इस मामले में ट्विटर को नोटिस भेजकर उससे बीजेपी नेता संबित पात्रा के ट्वीट को मैनिपुलेटिव बताने पर स्पष्टीकरण मांगा था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से जानकारी मिल रही है कि दिल्ली पुलिस की टीम नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर कार्यालय गई थी।
यह आवश्यक था क्योंकि यह पता लगाना था कि नोटिस देने के लिए सही व्यक्ति कौन है, ट्विटर इंडिया के एमडी के जवाब अस्पष्ट थे।
यह भी पढ़ें : प्रियंका ने योगी को लिखा खत, कहा-व्यापारियों व दुकानदारों को…
दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल पर एक बयान जारी करते हुए बताया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि ट्विटर के पास कुछ जानकारी है, जिसके बारे में पुलिस को नहीं पता है।
यह भी पढ़ें : चीन से बढ़ती नजदीकी पर रूसी राष्ट्रपति ने क्या कहा?
यह जानकारी जांच से संबंधित है। मामले की जांच कर रहा विशेष प्रकोष्ठ सच्चाई का पता लगाना चाहता है। सच पता होने का दावा करने वाले ट्विटर को स्पष्टीकरण देना चाहिये।
क्या है पूरा मामला
18 मई को संबित पात्रा ने ट्वीट कर एक डॉक्यूमेंट शेयर किया जिस पर कांग्रेस का लोगो लगा था। महामारी के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए कांग्रेस का टूलकिट देखें।
मदद के नाम पर पीआर अभ्यास अधिक लग रहा है। आप कांग्रेस का एजेंडा पढि़ए। संबित पात्रा के इसी ट्वीट पर ट्विटर ने एक्शन लेते हुए इसे मैनिपुलेटेड बताया है।