लखनऊ । अल्पसंख्यक कांग्रेस ने कोरोना महामारी से निपटने के योगी सरकार के दावों को लीपापोती का प्रयास बताते हुए अभी भी गंभीर हो जाने की नसीहत दी है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि एक तरफ योगी सरकार ऑक्सीजन होने का दावा कर रही है वहीं अस्पतालों के बाहर बिना ऑक्सीजन के लोग मर रहे हैं।
साढ़े तीन हज़ार के सिलेंडर की 30 से 50 हज़ार में कालाबाजारी हो रही है। रेमेडीसिवर् की एक डोज जिसकी कीमत साढ़े तीन हज़ार है उसे 25 से 30 हज़ार में ब्लैक मार्केट में बेचा जा रहा है।
अस्पतालों में एक-एक बेड पचास हज़ार से एक लाख में बेचे जा रहे हैं। आखिर सरकार की मंशा के विरुद्ध यह कालाबाजारी कैसे चल सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कोरोना बीमारी से कम योगी सरकार द्वारा ऑक्सीजन और अस्पतालों में बेड न मुहैय्या करा पाने के कारण ज़्यादा लोग मर रहे हैं।
शाहनवाज़ आलम ने आरोप लगाया की तमाम ज़िला अस्पतालों से ऑक्सीजन गायब है लेकिन अखबारों के ज़रिये ऑक्सीजन और रेमेडीसिवर् के पर्याप्त मात्रा में होने की अफवाह खुद मुख्यमंत्री जी फैला रहे हैं।
जबकि नागरिकों और मरीजों के परिजनों द्वारा ऑक्सीजन और रेमेडीसिवर् की कमी पर सवाल उठाने वालों पर योगी जी अफवाह फैलाने के नाम पर मुकदमे दर्ज करने की धमकी दे रहे हैं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि योगी जी को परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए ऑक्सीजन और रेमेडीसिवर् की कालाबाजारी के खिलाफ़ व्यापक छापेमारी करनी चाहिए।
गैर वाजिब वसूली करने वाले निजी अस्पतालों को अधिगृहित कर उनको कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल करना चाहिए, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार से सबक सीखते हुए लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, ग़ाज़ियाबाद के स्टेडियमों को विशेष कोविड अस्पतालों के बतौर इस्तेमाल करना चाहिए और मेडिकल स्टाफ बढ़ाने के लिए सेवानेवृत् हुए डॉक्टरों और नर्सों की सेवा लेनी चाहिए।