जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। मौसम संबंधी पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली निजी एजेंसी ‘स्काइमेट वेदर’ ने मानसून के शुरुआती महीने जून और आखिरी हिस्से यानी सितंबर में देश भर में व्यापक बारिश के संकेत जताए हैं। स्काइमेट ने कहा कि जून से सितंबर के दौरान देश में 75% से अधिक वर्षा का योगदान देने वाला दक्षिण- पश्चिम मानसून इस साल सामान्य रहेगा।
स्काइमेट वेदर के अध्यक्ष (मौसम विज्ञान) जी पी शर्मा ने कहा कि जून से सितंबर के दौरान वर्षा का दीर्घावधि औसत (एलपीए) 103% रहेगा। जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर की औसत वर्षा BBM .6 मिमी की तुलना में 2021 में 103% बारिश होने को संभावना है। ‘सामान्य’ मानसून रहने की 60% संभावना है और ‘सामान्य से ज्यादा’ बारिश की 15% संभावना है।
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जुलाई के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश राज्यों में अच्छी बारिश होगी, जबकि नॉर्थ ईस्ट और कर्नाटक में बारिश सामान्य से कम रहने की आशंका है। दीर्घावधि औसत के हिसाब से 96-104% के बीच मानसून को सामान्य माना जाता है और 103% वर्षा सामान्य रेंज में सबसे अधिक औसत है।
शर्मा की माने तो लगातार तीसरे साल 2021 में अच्छा मॉनसून रहेगा। पिछले दो वर्षों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी। भारत में अच्छे मॉनसून का सीधा असर इकॉनमी पर पड़ता है।
अच्छे मॉनसून का मतलब इकॉनमी को मजबूती मिलना है। इसकी वजह यह है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। मॉनसून अच्छा रहने का मतलब है बंपर कृषि पैदावार। इस बार मॉनसून सामान्य रहा तो इकॉनमी को निश्चित तौर पर मजबूती मिलेगी।
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