जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने एक बार फिर राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को 30 अप्रैल तक बंद कर दिया है। ये कक्षा 1 से 12 तक के लिए लागू होगा।
हालांकि कोरोना के तय प्रोटोकॉल का पालन कर आवश्यकता पड़ने पर ही स्टाफ को बुलाए जाने और तय परीक्षाओं को कराने की छूट सरकार की ओर से दी गई है। लेकिन छात्र-छात्राओं के स्कूल आने पर पूरी तरह से रोक रहेंगी।
प्रदेश सरकार ने 30 अप्रैल तक सभी कक्षा 1 से 12 तक के कोचिंग सेंटर, शिक्षण संस्थानों, प्राइवेट, निजी सभी बोर्डो के विद्यालयों को बंद करने का फैसला दे दिया है। पहले ये आदेश 15 अप्रैल तक का ही था।
शासन में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई बैठक में इस संबंध में फैसला लिया जा चुका है। जिसमें स्कूलों और कालेजों को बंद करने के लिए तारीख 30 अप्रैल तक कर दी गई है ।
फ़िलहाल शासन की ओर से यह आदेश शाम तक जारी कर दिया जाएगा।उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थानों को खोलने को लेकर विचार किया जा रहा है लेकिन वो भी कड़े प्रोटोकॉल के तहत ही लागू किए जाएंगे। प्रैक्टिकल व परीक्षाओं के आयोजन और अन्य आवश्यक कार्यों को लेकर ही छूट मिल सकेगी।
ये भी पढ़े : समाजवादी पार्टी इसलिए हुई मजबूत
ये भी पढ़े : UP में डरा सकते हैं कोरोना के ये आंकड़े
बता दें कि बीती देर रात जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने राजधानी लखनऊ के विद्यालयों में प्रशासनिक कार्यों हेतु स्टाफ और ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन हेतु अध्यापको के आने की अनुमति दे दी है।इस बात की जानकारी लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक ने सोशल मीडिया पर दी थी।