जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस के अवसर पर गोमतीनगर के शेरोज कैफे में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
‘रोड टू हैप्पीनेस’ कार्यक्रम को की डॉ. ऋतु त्रिपाठी चक्रवर्ती संचालित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन में हम भूल गए हैं कि कैसे खुश रहना है या हम खुशी की झूठी धारणा का पीछा करते हैं। इस आयोजन का उद्देश्य हमारे सकारात्मका के बारे में जागरूकता पैदा करना था।
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इस कार्यक्रम का शीर्षक था, ‘एक शाम खुद के नाम’, इसमें प्रतिभागियों के साथ इंटरैक्टिव गतिविधियों का प्रयोग किया गया, ताकि वे स्वयं की खोज कर सकें और उनमें सकारात्मकता ला सकें।
डॉ. रश्मि शर्मा (जो संसाधन व्यक्ति थीं) ने कहा कि किसी एक के सकारात्मक तत्वों को महसूस करने से व्यक्ति को खुश रहने और खुशी फैलाने में मदद मिलती है।
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इस कार्यक्रम में सभी आयु वर्ग के लगभग 100 लोगों ने भाग लिया। आयोजन में भाग लेने वालों में से एक, यादवेंद्र सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह से एक नई अवधारणा थी और सत्र में की गई गतिविधियों के माध्यम से स्वयं के बारे में पता लगाना वास्तव में बहुत दिलचस्प था।
यह आयोजन अबर फाउंडेशन के तत्वावधान में ‘रोड टू हैप्पीनेस’ द्वारा आयोजित किया गया था और एसथ्री इन्फोमेडिया प्रा. लि. द्वारा समर्थित था।