जुबिली न्यूज़ डेस्क
मुकेश अंबनी के घर के बार मिली संदिग्ध स्कॉर्पियो कार मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे की हुई गिरफ्तारी शिवसेना ने सवाल उठाया है।
संजय राउत ने गिरफ्तार पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे को ईमानदार और सक्षम अधिकारी बताया है। उन्होंने कहा कि एंटीलिया के बाहर कार में मिली जिलेटिन की झणों की जांच मुंबई पुलिस की जिम्मेदारी थी, इसके लिए किसी राष्ट्रीय एजेंसी की कोई जरूरत नहीं थी।
शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने कहा है कि हम एनआईए का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी पुलिस भी इसकी जांच कर सकती थी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां बार-बार मुंबई में प्रवेश करती हैं और पुलिस का मनोबल गिराती है। यह राज्य में अस्थिरता पैदा करती हैं और मुंबई पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाती है।
बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर ‘एंटीलिया’ के बाहर मिली कार के कथित मालिक मनसुख हिरेन की मौत मामले में विवादों में घिरे पुलिस अधिकारी सचिन वाझे से 12 घंटे की पूछताछ के बाद एनआईए ने शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया।
एक शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया है कि सचिन वाझे ने 25 फरवरी को कारमाइकल रोड (एंटीलिया के पास) पर विस्फोटक से लदे स्कॉर्पियो लगाने वाले समूह का हिस्सा होने की बात कबूल कर ली है।
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एएनआई ने यह भी बताया कि वाझे को आईपीसी की धारा 286, 465, 473, 506(2), 120 B और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4(a)(b)(I) के तहत गिरफ्तार किया गया है। उनपर या धाराएं 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी कार को प्लांट करने में शामिल होने के आरोप में लगाए गए हैं।