जुबिली न्यूज डेस्क
सोशल मीडिया साइट ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी अपना पहला ट्वीट नीलामी में बेच रहे हैं। करीब 17 साल पहले डोर्सी द्वारा किया गया यह ट्वीट डिजिटल एरा में बहुमूल्य माना जा रहा है।
सबसे खास बात यह है कि इस ट्वीट के लिए अब तक 20 लाख डॉलर यानी करीब 14.5 करोड़ रुपए की बोली भी लग चुकी है।
21 मार्च 2006 को ट्विटर के उद्घाटन के साथ ही ट्विटर संस्थापक डोर्सी ने पहले ट्वीट में लिखा था, “जस्ट सेटिंग अप माई ट्विटर” यानी “अपना ट्विटर शुरू कर रहा हूं।”
बीते शुक्रवार को डोर्सी ने अपने हैंडल पर ट्वीट की नीलामी कर रहे मार्केटप्लेस Valuabels @Cent का लिंक पोस्ट किया था।
बताया गया है कि इसी साइट के जरिए निवेशकर्ता और बहुमूल्य चीजों के कलेक्टर्स रचयिताओं के ऑटोग्राफ वाले ट्वीट्स खरीद या बेच सकते हैं।
श्ािनवार को ही डोर्सी के ट्वीट के लिए 2 मिलियन डॉलर की सबसे बड़ी बोली जस्टिन सन की तरफ से लगाई गई। सन डिजिटल कंपनी TRON के संस्थापक हैं, जो कि ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है और क्रिप्टोकरेंसी की ही तकनीक है। सन बिटटोरेंट स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के भी प्रमुख हैं।
ट्वीट की नीलामी करने वाली साइट ‘वैल्यूएबल्स’ के अनुसार, एक ट्वीट का खरीदना उसका डिजिटल सर्टिफिकेट खरीदने जैसा है, यह अपने आप में अनोखा है, क्योंकि इसे निर्माता द्वारा हस्ताक्षरित और सत्यापित किया गया है। डोर्सी के मामले में उनका यह ट्वीट तब तक सभी के लिए सार्वजनिक है, जब तक वे इसे ऑनलाइन छोड़ रहे हैं।
क्यों अहम है ट्वीट का खरीदना-बेचना?
वैल्यूएबल्स वेबसाइट के अनुसार कोई भी डिजिटल कंटेंट एक वित्तीय निवेश हो सकता है। इसकी अपनी भावनात्मक कीमत हो सकती है और यह किसी रचनाकार और कलेक्टर के बीच के संबंध को दर्शाने वाला भी हो सकता है।
जैसा की किसी कार्ड पर किसी बड़ी शख्सियत का ऑटोग्राफ, वैसे ही एनएफटी (Non-Fungible Token0) किसी कंटेंट या सामग्री पर रचनाकार के ऑटोग्राफ जैसा ही है, जिससे यह बेहद कीमती और अनोखा हो जाता है।
यदि एक बार किसी व्यक्ति ने ट्वीट खरीद लिया, तो वह वेबसाइट पर ही ट्वीट बेच भी सकता है या उसे अपनी ऑनलाइन गैलरी का हिस्सा बना सकता है।
इतना ही नहीं खरीदार ट्वीट को अपने प्राइवेट कलेक्शन का हिस्सा भी रख सकता है। वैल्यूएबल्स के अनुसार, नीलामी में मिली 95 फीसदी राशि ट्वीट के रचनाकार के पास जाएगी, जबकि 5 फीसदी वेबसाइट के पास रहेगी। दूसरी बार ट्वीट बेचने पर 87.5 इसके विक्रेता को जाएगी और 10 फीसदी रचनाकार को। साथ ही 2.5 फीसदी वेबसाइट को। यह सभी लेन-देन क्रिप्टो वॉलेट के जरिए होंगे।