लखनऊ । चोटिल खिलाड़ियों के ट्रीटमेंट के लिए उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन (यूपीओए) ने पिछले साल केजीएमयू के स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट से एमओयू किया था ताकि चोटिल खिलाड़ियोें के इलाज और उनके पुर्नवास में मदद मिल सके।
इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए में केजीएमयू स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट ने आज कई बड़े सरकारी संस्थानों से एमओयू किया है ताकि उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों का प्रदेश में ही बेहतर इलाज हो सके।
आज केजीएमयू में हुए एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश खेल निदेशालय, उत्तर प्रदेश पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड, भारतीय खेल प्राधिकरण क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के साथ फ्रंटियर हेडक्वार्टर एसएसबी लखनऊ से एक एमओयू साइन किया गया।
इस अवसर पर मौजूद हस्तियों में यूपी पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के आईजी आशुतोष कुमार, भारतीय खेल प्राधिकरण क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के कार्यकारी निदेशक संजय सारस्वत और फ्रंटियर हेडक्वार्टर एसएसबी लखनऊ के डीआईजी अभिषेक पाठक, केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डा.विपिन पुरी (आर्म्स फोर्स मेडिकल सर्विस के पूर्व डायरेक्टर जनरल) के साथ भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष डा.आनन्देश्वर पाण्डेय और लखनऊ ओलंपिक एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष सैयद रफत (अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता ताइक्वांडो खिलाड़ी) भी मौजूद थे।
उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के भी महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन खेल व खिलाड़ियों के सतत विकास के लिए काम करता रहेगा। उन्होंने इस अवसर पर सरकार से मांग की कि स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट को प्रदेश में एक्सीलेंस सेंटर के तौर पर विकास किया जाए ताकि हमारे खिलाड़ी इससे ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो सके।
केजीएमयू स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आशीष कुमार ने इस अवसर पर कहा कि केजीएमयू कुलपति के साथ अन्य वरिष्ठ सदस्यों के सहयोग से ही आज स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट का धीमे-धीमें विकास कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि अभी हमारे राज्य के खिलाड़ियों को चोटों के इलाज के लिए दिल्ली व बड़े राज्यों का रूख करना पड़ता है। अब उन्हेें हमारे यहां रियायती दरों पर उच्चस्तरीय इलाज व पुर्नवास की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां पिछले तीन साल से स्पोर्ट्स रिलेटेड इंजरी का हर तरह से इलाज होता है। हमारे यहां चोट के आपरेशन के साथ ओपीडी का भी संचालन किया जाता हैं। हमारे यहां ह्यूमन परफारर्मेंस लैब भी बनी है। हमारे विभाग में डा.अभिषेक सैनी ने हाल ही में सहायक प्रोफेसर के पद पर ज्वाइन किया हैं और आने वाले समय में यहां सुविधाओं का और भी विस्तार होगा।