जुबिली न्यूज डेस्क
गर्मी आने में अभी थोड़ा समय है लेकिन सड़कों पर गन्ने का जूस के ठेले जगह-जगह दिखने लगे हैें। जब गर्मी पड़ती तो बड़े-बुजुर्ग गन्ने का जूस पीने की सलाह देते हैं।
गर्मियों में एक गिलास गन्ने का जूस इंसान को तरोताजा कर देता है। यह जितना टेस्टी लगता है उतना ही यह फायदेमंद भी है। इसका सेवन करने से कई बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
भारत में गन्ने की फसल भी खूब होती है। गन्ने का जूस पीने से कई तरह की बीमारियां जैसे, एनीमिया, जौण्डिस, हिचकी आदि ठीक हो जाते हैं।
इसके अलावा अम्लपित्त, रोग में गन्ने का ताजा रस काफी फायदेमंद है। गन्ने में मिनरल, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है।
मौसम बदलने की वजह से लोंगो को बुखार हो जाता है, जिसमें गन्ने का सेवन करने से बुखार जल्दी उतर जाता है। वे लोग जो डायटिंग करते हैं वो भी गन्ने का जूस पी सकते हैं क्योंकि इसमें 0 प्रतिशत फैट होता है। गन्ने की जो सबसे बड़ी खूबी होती है वह है उसकी प्राकृतिक मिठास।
1 गिलास गन्ने के रस में आपको कम से कम 180 कैलोरीज मिलेंगी जो कि काफी कम मानी जाती है। यदि आप सोचते हैं कि गन्ने का रस मीठा होता है इसलिये यह सर्दी, जुखाम में पीने के लिये खराब है तो आप गलत हैं।
गन्ने का रस सर्दी जुखाम को पल भर में सही कर देता है। गर्मियों में गन्ने का ताजे रस में नींबू और सेंधा नमक मिलाकर पीने से लाभ मिलता है। तो आज जानते हैं कि गन्ने का रस क्यों पीना चाहिए?
गन्ने को अगर नियमित पिया जाए तो मुंहासे ठीक होते हैं। आप चाहें तो इसका मास्क बना कर चेहरे पर लगा सकती हैं। इसके लिये आपको गन्ने के रस में मुल्तानी मिट्टी मिला कर पेस्ट बनाना होगा और उसे चेहरे तथा गर्दन पर लगाना होगा। इस मास्क को चेहरे पर 20 मिनट तक के लिये रखें। फिर इसे गीली तौलिये से साफ कर ले। ऐसा हफ्ते में एक दिन करें।
गन्ने के रस से आपको तुरत ही एनर्जी महसूस होगी। यह आपको ताजा रखने के साथ साथ खुश भी रखेगा। गन्ने का रस पीलिया में बहुत सहायक होता है।
पीलिया के मरीजा को रोज दो गिलास गन्ने के रस में नींबू और नमक मिला कर पीना चाहिये। अगर गन्ने का मौसम नहीं है तो चीनी के शर्बत में नींबू डाल कर पिलाएं।
अगर आपको गर्मी के कारण काफी उल्टी हो रही है तो 1 गिलास गन्ने का रस पिएं। इसमें आप 2 चम्मच शहद मिला सकते हैं। इससे रोगी को आराम मिलेगा और गन्नेे के रस को ठंडा पीने से उल्टी बंद हो जाएगी।
इसके अलावा यदि डायबिटीज के मरीज हैं तो गन्ने का जूस पी सकते हैं क्योंकि यह ब्लड ग्लूकोज लेवल को बैलेंस करके रखता है। इसमें बिल्कुल भी हानिकारक मिठास नहीं होती।
गन्ना की एक खूबी यह भी जानिए। यह मीठास से भरपूर होता है लेकिन वजन को नियंत्रित करता है। यह मीठा होने के बावजूद भी फैट लेस होता है। यह हमारे शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है जो कि वजन बढने का मुख्य कारण है। यह घुलनशील फाइबर से भरा है जो कि वजन कम करने में मदद करता है।