जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये तैयारी कर रहे युवाओं के सपने को साकार करने के लिये उनकी सरकार द्वारा शुरू की जा रही ‘अभ्युदय’ महज एक कोचिंग नहीं, बल्कि जीवन निर्माण का पथ-प्रदर्शक है। युवा पूरे मन से अपनी हौसलों की उड़ान भरें, सफलता के हर संसाधन सरकार मुहैया कराएगी।
योगी ने ‘अभ्युदय’ का शुभारंभ करते हुये कहा प्रदेश के युवा सपने देखें। इन सपनों को साकार करने के लिए कदम बढ़ाएं। सपना चाहे सिविल सेवा हो या नीट, जेईई, एनडीए और सीडीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं का, सरकार सबके लिए बेहतरीन कोचिंग देगी। अब प्रदेश का एक भी युवा, स्तरीय गाइडेंस के अभाव में सफ़लता से वंचित नहीं रहेगा।
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प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं के स्वप्नों को मिलेगी अब सही दिशा और रफ्तार… 'अभ्युदय' योजना का शुभारंभ एवं योजना में पंजीकृत अभ्यर्थियों से संवाद… https://t.co/MqmX0zOrwl
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 15, 2021
उन्होंने कहा कि प्रारंभ में मंडल स्तर पर शुरू ही रही ‘अभ्युदय कक्षाओं’ को समय के साथ परिष्कृत करते हुए जिलों तक विस्तार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि अभ्युदय कक्षाओं में देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी उपलब्ध होगी। आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीएसीएस जैसी सेवाओं के लिए सफल हो चुके वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन मिलेगा।
सिविल सेवा, नीट, जेईई, बैंकिंग, एनडीए, सीडीएस आदि के क्षेत्र में प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शिक्षक भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत पांच लाख युवाओं ने पंजीयन कराया है, जिसमें ऑनलाइन परीक्षा के आधार पर करीब 50 हजार का चयन ऑफलाइन कक्षाओं के लिए हुआ है।
यह कक्षायें बसंत पंचमी से सभी 18 मण्डलों पर निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार चलेंगी जबकि शेष प्रतियोगी छात्र ऑनलाइन पोर्टल पर वर्चुअल कक्षाओं का लाभ उठा सकेंगे। ऑनलाइन पोर्टल पर वीडियो लेक्चर, स्टडी मैटेरियल और जिज्ञासा समाधान की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों से वर्चुअली जुड़े प्रतियोगी छात्रों को सफलता के मन्त्र भी दिए।
उन्होंने सफलता के लिए भाग्य भरोसे न बैठने की सीख देते हुए अपना उदाहरण दिया और कहा कि वह योगी हैं, लेकिन अपने कर्म और पुरुषार्थ पर भरोसा करते हैं। उन्होंने युवाओं को भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता’ को मंत्र के रूप में आत्मसात करने का आह्वान किया।
योगी ने वैदिक संदेश ‘आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वत:’ का उद्धरण भी दिया और सकारात्मक भाव के साथ सभी अच्छे कल्याणकारी विचारों को ग्राह्य करने की सीख दी। मुख्यमंत्री ने अभ्युदय योजना को ऊर्जावान युवाओं को समर्पित किया और वैदिक सूक्त ‘यतो अभ्युदय निःश्रेयस सिद्धि स धर्म:’ को संदेश दोहराते हुए कहा कि धर्म वह है, जिससे हम सांसारिक और पारलौकिक उन्नति सिद्ध कर सकते हैं।
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उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना इसी भावना से पूरित है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के इस अभिनव प्लेटफार्म को बहुप्रतीक्षित बताया,तो समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने इसे ‘अंत्योदय’ का माध्यम कहा। पद्मश्री से विभूषित लोकप्रिय शिक्षक प्रो.एचसी वर्मा ने अभ्युदय योजना को अभिनव, अनुपम और अनुकरणीय बताया।
'अभ्युदय योजना' के ऑनलाइन टेस्ट में 5 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए, 50 हजार अभ्यर्थियों का सेलेक्शन पहले चरण में किया गया है।
जो शेष रह गए हैं वह अपने को उपेक्षित महसूस न करें, पहले वर्चुअल और आवश्यकता पड़ेगी तो उन सभी के लिए फिजिकल कोचिंग की भी व्यवस्था प्रदेश सरकार करने जा रही है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 15, 2021
उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भरता की भावना का पोषक है। शिक्षक केवल राह दिखाता है, ब्रह्मण्ड की तलाश शिष्य को स्वयं करनी होगी। गौरतलब है कि गरीब परिवार के बच्चों के लिए ‘अभ्युदय’ बड़ा सबंल है। जबकि एनडीए और सीडीएस की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा गाइडेंस मिलेगी। यही नहीं, नीट, जेईई, बैंक पीओ, एसएससी और टीईटी आदि परीक्षाओं के लिए भी कक्षाएँ चलेंगी।
तय व्यवस्था के अनुसार, विभिन्न विषयों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ भी अतिथि व्याख्याता के तौर पर आमंत्रित किए जाएंगे। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विषय का चयन परीक्षा की तैयारी के तरीके, टिप्स, प्रश्नों के उत्तर लिखने की विधि, सामान्य अध्ययन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इसके अलावा विषय विशेषज्ञ की उपलब्धता के आधार पर विभिन्न विषयों की कक्षायें भी चलेंगी।
अभ्यर्थियों को सहजता के साथ गुणवत्तापूर्ण स्टडी मैटेरियल मिल सके, इसके लिए राज्य स्तर पर ई-लर्निंग कन्टेन्ट प्लेटफार्म बनाया गया है। इस प्लेटफार्म पर विभिन्न अधिकारियों द्वारा परीक्षा की तैयारी संबंधी अपने अनुभव साझा करते हुए वीडियो अपलोड किए जाएंगे। इसके अलावा, परीक्षा की तैयारी से संबंधित टिप्स सामग्री, पुस्तकों आदि से संबंधी मार्गदर्शन देते हुए वीडियो अपलोड होगा। लाइव सेशन एवं सेमिनार भी होंगे।
ई-लर्निंग प्लेटफार्म पर छात्र अपनी जिज्ञासाएं एवं प्रश्न भी सबमिट कर सकेंगे। यहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित विषय वस्तु सामग्री एवं क्यूरेटिव कन्टेन्ट उपलब्ध होगा, जिसके लिए ख्याति प्राप्त संस्थाओं की सामग्री इकट्ठा की जा रही है। पंजीकृत अभ्यर्थियों को ई-लर्निंग प्लेटफार्म पर सवाल पूछने का भी मौका होगा। जिसका विशेषज्ञ समुचित निराकरण करेंगे।
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