- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी ने माता शाकम्बरी के दर्शन कर किसान पंचायत का आगाज किया
- किसानों को आतंकवादी और राष्ट्रद्रोही कहने वाले भारतीय संस्कृति का अपमान कर रहे हैं- प्रियंका गांधी
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। प्रियंका गांधी एक बार फिर किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने यूपी के सहारनपुर में माता शाकम्बरी के दर्शन कर किसान पंचायत का आगाज किया है। इस दौरान उन्होंने सहारनपुर में किसानों का दर्द भी जाना। प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए किसानों से अपील करते हुए कहा कि पीछे नहीं हटियेगा।
इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर अगर कांग्रेस की सरकार आई तो इस कानून को फौरन रद्द किया जायेगा। किसान पंचायत में प्रियंका गांधी ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 56 इंच के सीने में एक छोटा सा दिल है जो केवल अपने खरबपति मित्रों के लिए धडक़ता है।
उन्होंने कहा कि किसान का दिल नहीं समझ रहे हैं। किसान का दिल इस धरती, इस देश की धरती के लिए धडक़ता है। क्योंकि उस धरती को वह सींचता है उस धरती से उसकी जान जुड़ हुई है उस धरती से ही उस किसान ने ही इस देश को आत्मनिर्भर बनाया। हरित क्रान्ति, श्वेत क्रान्ति के जरिए, इस देश को आत्मनिर्भर बनाने वाला किसान है।
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यही किसान का बेटा सीमा पर सुरक्षा करता है, सीमा पर तैनात होकर इस देश की सुरक्षा करता हैं। इस देश के लिए अपनी जान देता है, इस देश के लिए शहीद होता है। उसी किसान का बेटा एक जवान बनकर प्रधानमंत्री की सुरक्षा करता है। उसी किसान का बेटा प्रधानमंत्री के लिए तैनात होता है और उसे सुरक्षित करता है लेकिन ये प्रधानमंत्री किसान का दिल नहीं पहचान रहे हैं।
किसान का रोज अपमान कर रहे हैं। इनके जितने भी पार्टी के लेाग हैं, इनके जितने भी मंत्री हैं, रोज कहते हैं कि किसान नहीं बैठा है, किसान आन्दोलन नहीं कर रहा है, यह सच्चा आन्दोलन नहीं है, कहते हैं कि ये आतंकवादी हंै, ये देशद्रोही हैं।
इस पहले उन्होंने बुधवार को माँ शाकम्बरी देवी के दर्शन करने के उपरान्त कहा कि- मैं माता शाकम्बरी देवी से आर्शीवाद लेके आयी हूं। आप सबको मालूम होगा कि माता शाकम्बरी देवी की कथा क्या है।
किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएँ बाँटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूँगी।
भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। #JaiJawan_JaiKisan
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 10, 2021
एक समय दुर्गम राक्षस थे। उस समय भीषण अकाल पड़ा बारिश नहीं आयी माता शाकम्बरी देवी अपनी सौं आखों से दुनिया को देख रही थीं उनके दिल में दुनिया के लिए दया आयी और उन सौं आंखों से उन्होने आंसू बहाये जिससे नदियों में पानी आया और किसानों को बारिश मिली और आर्शीवाद मिला और उपज हुईं।
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प्रधानमंत्री ने खुद संसद में सिक्खों का अपमान किया। क्या कहा उन्होने- हंसे, किसानों को आन्दोलनजीवी कहा। क्या मतलब है इसका? क्या मतलब है आन्दोलनजीवी का?
किसान आन्दोलन कर रहा है अपने जीवन के लिए, अपनी मिट्टी के लिए, अपने देश के लिए, अपने बेटे के लिए जो हमारी सीमा में खड़ा हुआ है। उसका मजाक उड़ाने वाला, उसको देशद्रोही कहने वाला, उसको आतंकवादी कहने वाला, वह देशभक्त नहीं है। वह देशभक्त कभी नहीं हो सकता, जो किसान के दिल को नहीं पहचान सकता।
इस देश को किसान ने बनाया है। 78 दिनों से किसान दिल्ली बार्डर पर बैठा है। मेादी जी अमरीका हो आये, पाकिस्तान हो आये, चीन हो आये, लेकिन जिस शहर में रहते हैं उसके बार्डर तक नहीं पहुं पाये।
78 दिनों से किसान उनका इंतजार कर रहे हैं कि जिनको हमने वोट दिया, जिनको हमने सत्ता दी, जिनको हमने प्रधानमंत्री बनाया, वह हमारी बात सुनेंगे, वह हमारे पास आयेंगे।
लेकिन वह नहीं आये, उल्टा संसद में खड़े होकर उन्होने मजाक उड़ाया। उनके मंत्रियों ने अपशब्द बोले। जो 215 किसान शहीद हुए हैं उनका आदर नहीं किया। उनका अपमान किया।
लेकिन जो इस देश को बेंच डालता है जो हवाईअड्डे, रेलवे, एलआईसी, बीएसएनएस, एमटीएनएल, बीएचईएल, सेल, ओएनजीसी बेंच रहा है, उससे आप क्या उम्मीद रखते हैं। क्या उम्मीद रखते हैं।