जुबिली न्यूज डेस्क
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर लबे समय से बहस चल रही है। भारत ही नहीं दुनिया के अधिकांश राज्यों में राजनीति में महिलाओं की संख्या बहुत कम है।
राजनीति में महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए जिस तरह से राजनीतिक दलों को पहल करनी चाहिए उस तरह हो नहीं रहा। इसीलिए महिलाओं की राजनीति में दोयम दर्जे की स्थिति है।
फिलहाल ब्रिटेन ने राजनीति में महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बड़ी पहल की है। ब्रिटेन महिला मंत्रियों को मातृत्व अवकाश देने के लिए एक कानून लाने जा रहा है।
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जब यह कानून बन जायेगा तो कैबिनेट की महिला सदस्य छह महीनों तक का मातृत्व अवकाश ले सकेंगी और इस दौरान उन्हें वेतन भी मिलता रहेगा और मंत्रिपद भी।
बीते गुरुवार को इस कानून का मसौदा सार्वजनिक किया गया। इसका उद्देश्य नई माताओं को संरक्षण देना और राजनीति में महिलाओं को प्रोत्साहित करना है।
ब्रिटेन में इस तरह का कानून पहली महिला सांसद के चुने जाने के 100 सालों बाद लाया जा रहा है।
इस बारे में महिला अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस पहल का लंबे समय से इंतजार था। उनका यह भी कहना है कि इस प्रावधान को नवजात बच्चों वाले सभी सांसदों के लिए लागू किया जाना चाहिए।
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वहीं इस मसौदे के सार्वजनिक होने के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने एक बयान में कहा, “महिला बच्चे को जन्म देने के बाद आराम करने के लिए और बच्चे की देखभाल करने के लिए छुट्टी ले या अपनी नौकरी से इस्तीफा दे, यह विकल्प आधुनिक समय में स्वीकार्य नहीं है।”
दरअसल ब्रिटेन में मौजूदा नियमों के अनुसार सांसद बच्चे के पैदा होने के बाद कुछ समय सवेतन काम से दूर रह सकते हैं, लेकिन आधिकारिक रूप से सवेतन छुट्टी का प्रावधान नहीं है।
प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि वेतन संबंधी नियम कड़े हैं? जिनकी वजह से अस्थायी रूप से कैबिनेट के पदों पर किसी को नियुक्त करने की कम ही संभावना होती है, जिसका मतलब है कि अगर किसी मंत्री को मातृत्व अवकाश लेना हो तो उन्हें सरकार से इस्तीफा देना पड़ेगा। कानून में बदलाव का फायदा सबसे पहले अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रावरमन को मिलेगा। उन्होंने बताया है कि इस साल की “शुरुआत” में ही उन्हें अपने बच्चे को जन्म देने की उम्मीद है।
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इस कानून को लेकर अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजनीति में शीर्ष के स्तरों पर महिलाओं को लाने में मातृत्व अवकाश के प्रावधान की प्रमुख भूमिका है।
ब्रिटेन की संसद के निचले सदन में करीब एक-तिहाई सदस्य महिलाएं हैं, हालांकि कुछ लोगों ने कैबिनेट में वरिष्ठ टीमों में पुरुषों को वर्चस्व में रखने के लिए जॉनसन की आलोचना भी की है। मौजूदा कैबिनेट में 26 में से सिर्फ छह सदस्य महिलाएं हैं।
2019 में ब्रिटेन में पहली बार विपक्ष की सांसद स्टेला क्रीजी के मातृत्व अवकाश लेने पर उनकी जगह भरने के लिए एक अस्थायी नियुक्ति की गई थी, लेकिन नियमों के अनुसार जिसे नियुक्त किया गया वो सिर्फ सांसद के निर्वाचन क्षेत्र में काम कर सकती थीं और संसद में ना बोल सकती थीं, ना मतदान कर सकती थीं।