जुबिली न्यूज डेस्क
भारत में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरु हो चुका है। अभी फिलहाल सरकार की प्राथमिकता में फ्रंटलाइन वर्कर्स है जिन्हें कोरोना का टीका दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, प्राथमिकता के स्तर पर पहले तीन करोड़ स्वास्थकर्मियों को वैक्सीन दी जा रही है। इसके साथ ही एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर आम आदमी इन टीकों को कब ले पाएगा?
बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक अभी तक टीकाकरण के लिए कम लोग आगे आए हैं इसलिए केंद्र सरकार मार्च या अप्रैल तक सामान्य बाजार में टीकों को उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है।
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अखबार के अनुसार, सरकार टीकाकरण की दर को बढ़ाना चाहती है इसलिए वो जल्द से जल्द बाजार में वैक्सीन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
इन टीकों की स्टेबिलिटी छह महीने है। मतलब कोरोना के टीके छह महीने तक सुरक्षित रखे जा सकते हैं। अखबार ने सूत्र के हवाले से लिखा है कि जनवरी महीने में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पास कोविड वैक्सीन की करीब 10 करोड़ खुराक थीं।
भारत ने अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को प्रगाण करते हुए कई पड़ोसी देशों को कोविशील्ड यानी कोरोना की वैक्सीन भेजी है। फिलहाल इसमें एक बड़ी चुनौती इन वैक्सीन को छह महीने के भीतर इस्तेमाल कर लेने की है।
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