जुबिली न्यूज डेस्क
गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में मंगलवार को शिवसेना नेता संजय राउत भी शरीक हुए। उनके साथ पार्टी के सांसद अरविंद सावंत भी मौजूद थे। दोनों ने यहां आंदोलन की कमान संभाल रहे भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की।
कंधे से कंधा मिलाकर खड़े तीनों नेताओं ने मीडिया के सामने एकजुटता दिखाई। दोनों नेता मुंबई से करीब डेढ़ हजार किलोमीटर दूर स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का संदेश लेकर आए थे। राउत ने कहा कि वे मुंबई से यहां इसलिए आए हैं क्योंकि ‘हमारा कर्तव्य बनता है।’ उन्होंने कहा कि पूरी शिवसेना ‘राकेश टिकैत के साथ है।’
We spoke to Tikait sahib, gave our message & expressed solidarity. Govt should speak to farmers in a proper way. Ego would not help run the country: Shiv Sena MP Sanjay Raut at Ghazipur border pic.twitter.com/8pbPSH39js
— ANI (@ANI) February 2, 2021
मुलाकात के बाद संजय राउत ने मीडिया से कहा, “जिस तरह से यहां दहशतवाद हो गया, जिस तरह से हमारे किसानों को, टिकैत साहब को कुचलने की कोशिश की गई तो हमको लगा कि हमारा कर्तव्य बनता है, महाराष्ट्र के लोगों का, कि उनके साथ खड़े रहें। उनको हमारी संवदेना दें और कहें कि पूरा राज्य, पूरी शिवसेना, उद्धव ठाकरे साहब और हम सब उनके साथ हैं। ये कहने के लिए मैं यहां आया हूं। सरकार को किसानों के साथ कायदे से बात करनी चाहिए। अहंकार से देश चलाने में मदद नहीं मिलेगी।”
महाविकास आघाडीने शेतकऱ्यांच्या हिताचे अनेक निर्णय घेतले. मुख्यमंत्री ऊध्दव ठाकरे हे सुखदुःखात शेतकर्यांच्या पाठीशी ठाम ऊभे राहिले. त्यांच्याच सूचनेवरून आज गाझीपुर सीमेवर आंदोलक शेतकऱ्यांच्या भेटीसाठी जात आहोत.@OfficeofUT @PawarSpeaks @AUThackeray
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 2, 2021
राउत ने दिल्ली आने से पहले ट्वीट कर कहा था कि वे महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के सुझाव पर गाजीपुर बॉर्डर जा रहे हैं। किसानों का आंदोलन मंगलवार को 67वें दिन में प्रवेश कर गया है। 28-29 जनवरी के बाद तेज हुए आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर समेत सभी धरनास्थलों पर सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी है। कंटीले तारों के अलावा कंक्रीट की दीवारें खड़ी कर दी गई हैं।
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बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत से मिलने कई राजनीतिक दलों के नेता पहुंच रहे हैं। टिकैत यहीं लगे पुलिस बैरिकेड्स के पास बैठकर खाना खाते हैं। 31 जनवरी को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने टिकैत को सम्मानित किया था। इससे पहले, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी उनसे मुलाकात की थी। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी टिकैत से मिल चुके हैं।