जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में बीजेपी बूथ पदाधिकारी बृजेश सिंह की हत्या की गुत्थी उलझती जा रही है। एक तरफ जहां मृतक के परिजनों ने गांव के पूर्व प्रधान धर्मपाल सिंह के घर के चार सदस्य ज्ञान सिंह, इंद्र प्रकाश सिंह, चंद्र प्रकाश सिंह और शिवांग व्रिकम सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है और थाने में तहरीर दी है।
वहीं, दूसरी ओर धर्मपाल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी डीजीपी, एडीजी लखनऊ जोन, आईजी अयोध्या एसपी अमेठी व थाना प्रभारी संग्रामपुर को रजिस्टर्ड पत्र के माध्यंम से इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराए जाने व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
धर्मपाल ने अपने पत्र में घटना के बारे में जिक्र करते हुए कहा है कि 27 जनवरी की रात बृजेश सिंह की हत्या अज्ञात लोगों ने की, लेकिन इस घटना को जमीनी विवाद बताकर उनके पुत्र समेत घर के चार लोगों को फंसाया जा रहा है। उन्होंने उच्च अधिकारियों से मांग करते हुए कहा है कि हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही मृतक व उनके साथियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलाकर कार्रवाई की जाए तो घटना का पर्दाफाश हो जाएगा।
उन्होंने जमीनी विवाद के बात को खारिज करते हुए पत्र में लिखा है कि मृतक बृजेश की चाची ने एक वर्ष पहले अपनी जमीन हमे बेची थी, जिसका पूरा भुगतान कर बैनामा लिखा गया था। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी प्रधानी चुनाव से पहले उनके परिवार को बदनाम करने की साजिश रची गई है। इस घटना में उनके परिवार को फंसाया जा रहा है।
धर्मपाल सिंह ने बताया कि इससे पहले 2015 में पंचायत चुनाव के समय भी उनके परिवार को फंसाने के लिए गांव के ही पंकज सिंह पुत्र नरसिंह बहादुर सिंह ने स्वयं अपने पैर में गोली मारकर भतीजे इंद्र प्रकाश सिंह के नाम मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन पुलिस की जांच में स्वयं गोली मारने की बात सामने आई थी इस बार भी पंचायत चुनाव के पहले बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई और आरोप हमारे पुत्रों व भतीजों के ऊपर लगाकर हमारी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश कर फंसाया जा रहा है।
गौरतलब है कि 18 जून 2019 को कमेलश सिंह की चाची सावित्री सिंह ने दो भूखंड का बैनामा ज्ञानेंद्र सिंह, ज्ञानमाला सिंह सहित पांच लोगों के नाम कर दिया था। इसी बैनामे के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव शुरू हुआ। जो हत्या तक जा पहुंचा। बैनामे के बाद भूमि पर कब्जेदारी को लेकर विवाद हुआ। मौजूदा समय मे भूमि खाली पड़ी है।
ये भी पढ़ें: पानी में हवा का बुलबुला
बता दें कि बीजेपी बूथ पदाधिकारी बृजेश सिंह का शव गुरुवार सुबह नहर पटरी पर पड़ा मिला। युवक के सिर और पीठ पर गोली मारी गई थी। परिजनों ने धर्मपाल सिंह के परिवार पर जमीनी विवाद में हत्या कराने का आरोप लगाया है। पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
ये भी पढ़ें: दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर हुआ किले में तब्दील
अमेठी पुलिस अधिक्षक दिनेश सिंह का कहना है कि इस मामले में घटना से जुड़ी हर पहलू की गंभीरता से जांच की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी पर पुलिस का फोकस है। इसी के साथ सभी की भूमिका की भी जांच की जा रही है।