जुबिली न्यूज डेस्क
दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन और पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरों ने सूबे का सियासी पारा बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू होगा।
चर्चा है कि विधानसभा के उप चुनाव के साथ विधान परिषद के दो चुनाव के बाद अब योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में विस्तार के साथ फेरबदल की बारी है। इसमें कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान के बाद कमल रानी वरुण के निधन से खाली सीट के भरने अलावा छह नये मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जा सकती है।
चर्चा इस बात की भी है कि दिल्ली से यूपी आए पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को भी योगी मंत्रिमंडल में अहम जगह मिल सकती है। उन्हें पीएम मोदी का खास बताया जाता है।
इसके अलावा सीएम योगी अपने मंत्रिमंडल से कुछ कमजोर मंत्रियों की छुट्टी भी कर सकते हैं। चर्चा है कि महिला कल्याण तथा बाल विकास पुष्टाहार मंत्री स्वाती सिंह और सहकारिता मंत्री मुकुट बिहार वर्मा को योगी मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है।
सूत्रों की माने तो कुर्मी समाज को साधने और विधानसभा चुनाव से पहले पिछड़ों को अपने पाले में करने के लिए अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। इससे उन कयासों पर भी विराम लग जाएगा, जिसमें कहा जा रहा था कि अनुप्रिया पटेल बीजेपी छोड़ सकती हैं।
इसके अलावा बुंदेलखंड में पार्टी को मजबूत करने के लिए किसी दलित चेहरे को भी योगी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। साथ ही पूर्वांचल में ओम प्रकाश राजभर और ओवैसी के बन रहे गठबंधन को साधने के लिए किसी बड़े चेहरे को योगी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दो दिन के प्रवास के साथ ही भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रभारी राधामोहन सिंह की लगातार सक्रियता से ही योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में विस्तार के कयास लग रहे थे। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की इस संबंध में बैठकें भी हो चुकी हैं।
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माना जा रहा है कि चार फरवरी को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इसमें छह नये मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी जबकि कुछ का प्रमोशन भी होगा। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट में मंत्री रहे चेतन चौहान तथा कमला रानी वरुण का निधन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हो गया था।
इसके कारण दो कैबिनेट मंत्रियों की जगह खाली हैं। नये चेहरों को भी कैबिनेट में मौका देने की तैयारी है। मंत्री पद के दावेदार विधायक दिल्ली दरबार में डेरा डाले हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सरकार के संभवत: अंतिम बजट सत्र से पहले प्रदेश में राजनीति में हलचल तेज हो चुकी है।
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प्रदेश के योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का विस्तार चार फरवरी को हो सकता है। विधान परिषद चुनावों में बीजेपी को बड़ी सफलता के बाद योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में भी कुछ नये चेहरों जगह मिल सकती है। उत्तर प्रदेश में 2022 फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होंगे। इसके साथ ही मार्च या अप्रैल में पंचायत के भी चुनाव होने हैं। मंत्रिमंडल के विस्तार में भी इसका ध्यान रखा जाएगा।