जुबिली न्यूज डेस्क
आम आदमी पार्टी ने फैसला किया है कि वह आने वाले समय में छह राज्यों में होने वाले चुनावों में हिस्सा लेगी। ये राज्य हैं यूपी, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात। यह ऐलान दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली में किया।
अगले 2 साल में आम आदमी पार्टी (आप) ने इन 6 राज्यों में चुनाव लड़ेगी-उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात: AAP की 9वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल pic.twitter.com/nJOzk0wSbJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 28, 2021
दिल्ली में आयोजित आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि आप अगले दो वर्षों में इन छह राज्यों में चुनाव लड़ेगी। इससे पहले केजरीवाल ने दिसंबर में यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी हिस्सा लेगी।
इस मौके पर किसान आंदोलन की चर्चा करते हुए केजरीवाल ने कहा, ’26 जनवरी को जो कुछ हुआ, वो दुर्भाग्यपूर्ण था। हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण थी। जो भी इसके लिए असल में जिम्मेदार है, उसको सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
लेकिन उस दिन हिंसा हुई, इस वजह से किसानों के मुद्दे खत्म नहीं हुए है। आंदोलन कैसे खत्म हो गया। किसानों की समस्या तो आज भी है। जिस देश का किसान दुखी है, वो देश खुश नहीं हो सकता। किसानों का साथ देने जाओं तो गैर राजनीतिक व्यक्ति बनकर जाना।’
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उन्होंने आगे कहा, ‘आंदोलन आज भी खत्म नहीं हो सकता, जिस देश का किसान दुखी है, वह सुखी नहीं है। अपने इलाके में अहिंसा पूर्वक साथ दें। जब भी किसान का साथ देने जाओ, तो डंडा, झंडा और टोपी घर छोड़कर जाओ।’
इससे पहले उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर भी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। लेकिन अभी तक दिल्ली से बाहर आम आदमी पार्टी को बहुत ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाहर अपने पांव पसारने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली पर ध्यान केंद्रित रखते हुए पार्टी ने प्रदेश में दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा। आप ने साल 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव में ताल ठोंकने का फैसला कर लिया। जोरदार चुनाव प्रचार के बीच आप ने पंजाब में पूर्ण बहुमत लाने का दावा किया था लेकिन निराशा हाथ लगी। गोवा में भी आम आदमी पार्टी ने किस्मत आजमाने की कोशिश की थी। पार्टी गोवा में एक भी सीट नहीं जीत पाई। 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में पार्टी के एक भी उम्मीदवार नहीं पहुंच सके।
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बीते साल हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने चुनावी ताल ठोकी थी। लेकिन पार्टी का एक भी उम्मीदवार जीत दर्ज करने में सफल नहीं रहा। पार्टी के ज्यादातर प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
गुजरात के साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए आम आदमी पार्टी ने जोर-शोर के साथ तैयारी की थी लेकिन जब चुनाव का वक्त आया तो सिर्फ 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। पार्टी को यहां से न सिर्फ एक भी सीट नहीं मिली बल्कि कई प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। कई सीटों पर आप उम्मीदवारों को 400 से भी कम वोट मिले। बहुत कम उम्मीदवारों ने हजार वोटों का आंकड़ा पार किया।