जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर इस बार चुनाव आयोग ने नियमों पर कई तरह के बदलाव किये हैं। आयोग ने हाल ही में एक बड़ा बदलाव किया है, जिसके चलते इस बार वोटर लिस्ट मिलना आसान नहीं होगा।
सूत्रों की मानें तो इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने एसएमएस के जरिये ओटीपी प्राप्त कर आयोग की वेबसाइट से वोटर लिस्ट डाउनलोड करने की सुविधा नहीं दी है। वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव में यह सुविधा दी गयी थी। इसके बाद कई तरह की गड़बड़ियों की शिकायत मिली थी। इन्हीं चीजों को सुधारने के लिए निर्वाचन आयोग ने इस बार नियम में थोड़ा बदलाव किया है।
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इस बार बदले नियम के बाद प्रत्याशियों, उनके समर्थकों, राजनीतिक दलों को जिले, विकास खंड और ग्राम पंचायतवार वोटर लिस्ट के प्रिंट आउट आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड करने के लिए नहीं मिलेगा. प्रत्याशियों, उनके समर्थकों और राजनीतिक दलों व अन्य जरूरतमंद लोगों को इस वोटर लिस्ट को आयोग में भुगतान करके खरीदना पड़ेगा।
आयोग के सूत्रों के अनुसार, ग्राम पंचायतवार मुफ्त में वोटर लिस्ट डाउनलोड करने का विकल्प आयोग की वेबसाइट पर था, मगर इस बार एसएमएस क्रेडिट खरीद के लिए निर्णय नहीं हो सका, इसलिए आयोग की वेबसाइट पर इस बार यह विकल्प नहीं दिया गया है।
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पहले आयोग की वेबसाइट पर ग्राम पंचायत सर्च करके डाउनलोड का विकल्प चुनने पर मोबाइल नम्बर डालने पर ओटीपी आने पर ही डाउनलोड किया जा सकता था। घर बैठे डाउनलोड करने की सुविधा 2015 के पंचायत चुनाव में और 2017 के निकाय चुनाव में थी, मगर इस बार नहीं दी गयी है।
आम जनता आयोग की वेबसाइट http://sec.up.nic.com पर एक-एक नाम वोटर लिस्ट में देख सकती है। वैसे सहायक विकास अधिकारी पंचायत अपना पासवर्ड डालकर प्रिंट निकालकर सम्बंधित ग्राम पंचायत की वोटर लिस्ट निकाल कर उसे सार्वजनिक कर सकता है।