जुबिली न्यूज डेस्क
बीते शनिवार को बंगाल में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच की तल्खी जितनी चर्चा में रही उतनी ही चर्चा भीड़ में से ‘जय श्री राम’ के लगे नारे की रही।
‘जय श्री राम’ के नारे लगने पर ममता बनर्जी ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। फिलहाल इसको लेकर नेताजी भवन में नेताजी रिसर्च ब्यूरो के चेयरपर्सन सुगत बोस ने भी सवाल उठाया है।
उन्होंने कहा कि “मेरा सवाल है कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा कार्यक्रम में इस तरह के लोगों को प्रवेश कैस दिया गया? इन्होंने एसपीजी नेट को कैसे पार किया ? क्या उन्हें विशेष रूप से इसका हिस्सा बनने की अनुमति दी गई थी? “
फिलहाल इसको लेकर बंगाल में माहौल गर्म है। जहां बीजेपी का कहना है कि ‘जय श्री राम’ कहना भारत की संस्कृति है तो वहीं अधिकतर पार्टियों का मानना है कि ऐसा कर भाजपा ने दिखाया कि उसे बंगाल की संस्कृति की समझ नहीं है। इतना ही नहीं अगले दिन की अखबार की सारी सुर्खियां पीएम मोदी के भाषण से अधिक ममता के गुस्से को मिली थी।
फिलहाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ है। उन्होंने आज अपनी एक रैली में 23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल में हुई घटना का जिक्र किया।
हुगली के पुरसुरा में एक सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, “विक्टोरिया मेमोरियल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में मज़ाक उड़ाया गया और अपमान हुआ।”
ममता ने कहा, “नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभी के नेता हैं। वे मुझे प्रधानमंत्री के सामने (विक्टोरिया मेमोरियल कार्यक्रम के दौरान) चिढ़ा रहे थे। मैं बंदूकों में यकीन नहीं रखती मैं राजनीति में भरोसा करती हूं। भाजपा ने नेताजी और बंगाल का अपमान किया है।”
ममता बनर्जी ने इस अवसर पर कहा कि बीजेपी पहले भी बंगाली महानुभावों का अपमान करती रही है और अब भी ऐसा कर रही है।
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मालूम हो कि बीते शनिवार को कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी की मौजूदगी में ही सीएम ममता बनर्जी का गुस्सा फूट पड़ा था।
गौरतलब है कि बंगाल बीजेपी कार्यालय से इस कार्यक्रम के लिए 400 निमंत्रण पत्र बांटे गए थे। ये जानकारी बंगाल बीजेपी कार्यालय से मिली।
दरअसल ममता बनर्जी कार्यक्रम में भीड़ में खड़े कुछ लोगों के व्यवहार से गुस्सा हो गईं। ये लोग ‘जय श्री राम’ का नारा लगा रहे थे।
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पुलिस के अनुसार कार्यक्रम के लिए 600 कारों की पार्किंग का इंतजाम किया गया था, जिसमें से सिर्फ 150 आईं। पुलिस ने कहा कि ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि इन 150 गाडिय़ों में आए लोगों ने नारे लगाए। ऐसी आशंका है कि भाजपा कार्यालय द्वारा आमंत्रित लोगों ने नारेबाजी की थी।
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एक बंगाल बीजेपी नेता ने कहा,” राज्य सरकार के कार्यक्रमों में अधिकतर टीएमसी कार्यकर्ता रहते हैं ऐसे में पीएम के कार्यक्रम में बीजेपी कार्यकर्ता आए तो क्या गलत है। ”
इस मुद्दे पर कांग्रेस और लेफ्ट ने सीएम ममता बनर्जी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह सीएम को लेकर नारेबाजी नहीं की जानी चाहिए थी।