जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. इटली में टिक टाक पर ब्लैक आउट चैलेन्ज खेलते वक्त एक दस साल की लड़की की जान चली गई. बच्ची की मौत के बाद मचे बवाल को देखते हुए सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार यह लड़की अपने घर पर बाथरूम में बेहोश मिली थी. उसे रोम के पलेरमो अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई. दस साल की लड़की की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल फोन ज़ब्त कर मामले की जांच शुरू की तो इस बात का खुलासा हुआ.
लड़की की मौत के बाद हुए बवाल को देखते हुए चीन की कम्पनी बाइटडांस ने बताया कि उसे अपनी साइट पर कोई ऐसा कंटेंट नहीं मिला जिससे यह पता चलता हो कि लड़की ऐसे किसी चैलेन्ज में शामिल हुई हो.
कम्पनी ने कहा कि इस मामले की जांच में कम्पनी अधिकारियों की मदद कर रही है. टिकटाक की तरफ से कहा गया है कि हमारी प्राथमिकता कम्युनिटी की सुरक्षा है. अहम किसी ऐसे कंटेंट को बढ़ावा नहीं देते जो किसी को खतरे में ढकेल दे.
लड़की के माँ-बाप ने बताया कि उनकी बेटी ने उन्हें बताया है कि उसकी बड़ी बहन टिक टाक पर ब्लैकआउट गेम खेल रही थी. उन्होंने कहा कि हम तो यही समझते हैं कि उनकी लड़की टिक टाक पर डांस और वीडियो देखती है. वह इतने खतरनाक चैलेन्ज में शामिल है, यह बात हमें नहीं पता थी.
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : ब्रिटिश हुकूमत भी मानती थी वही नेताजी थे
यह भी पढ़ें : अब जेड प्लस सुरक्षा घेरे में रहेंगे पूर्व CJI रंजन गोगोई
यह भी पढ़ें : लालू की तबियत बिगड़ी, पिता का हाल जानने रांची पहुँचीं मीसा भारती
यह भी पढ़ें : “तांडव” के विरोध की कहीं असली वजह ये तो नहीं
उधर इटली में इस मामले को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. चाइल्ड प्रोटेक्शन कमीशन के अध्यक्ष लिसा रोन्जुली ने कहा है कि सोशल नेटवर्किंग पर ऐसा जंगल बनाने की इजाजत नहीं होनी चाहिए जहाँ सब कुछ करने की इजाजत हो.