जुबिली न्यूज डेस्क
फिटनेस समस्याओं से जूझते भारत के अनुभवहीन गेंदबाजों के प्रभावी प्रदर्शन के बीच मार्नस लाबुशेन ने शानदार शतक जमाकर निर्णायक चौथे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट पर 274 रन तक पहुंचा दिया।
अपने प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस समस्याओं से जूझ रही भारतीय टीम को एक और झटका लगा जब ग्रोइन में दर्द के कारण तेज गेंदबाज नवदीप सैनी मैदान से चले गए। उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया है।
शुरुआती दो विकेट 17 रन पर गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लाबुशेन के 108 रन की मदद से मैच में वापसी की। पहले दिन का खेल समाप्त होने पर कप्तान टिम पेन 38 और कैमरन ग्रीन 28 रन बनाकर खेल रहे थे। दोनों ने छठे विकेट के लिये 61 रन की अटूट साझेदारी कर ली है।
आखिरी सत्र में भारतीय टीम को एक गेंदबाज की कमी खली जिसका मेजबान बल्लेबाजों ने फायदा उठाया। आखिरी सत्र में गिरे दोनों विकेट टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले टी नटराजन के नाम रहे जिन्होंने मैथ्यू वेड (87 गेंद में 45 रन) और लाबुशेन को लगातार दो ओवरों में पविलियन भेजा।
इसके साथ ही उन्होंने दोनों के बीच 113 रन की साझेदारी भी तोड़ी। वेड ने शार्दुल ठाकुर को कैच थमाया जबकि लाबुशेन विकेट के पीछे कैच देकर लौटे। लाबुशेन ने 204 गेंद में नौ चौकों की मदद से 108 रन बनाए।
इससे पहले टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने स्टीव स्मिथ (36) के रूप में बड़ा विकेट लिया जिन्होंने शॉर्ट मिडविकेट पर रोहित शर्मा को कैच थमाया। स्मिथ और लाबुशेन ने 69 रन की साझेदारी की थी। स्मिथ के आउट होने के बाद लाबुशेन ने रनगति बढ़ाई और 167 गेंद में सात चौकों की मदद से 73 रन बना लिए हैं। उन्हें सैनी की गेंद पर गली में अजिंक्य रहाणे ने जीवनदान भी दिया। इसके तुरंत बाद सैनी दर्द के कारण मैदान से चले गए।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और मार्कस हैरिस को पहले ही सेशन में पविलियन लौट गए। 2018 में अपने पहले टेस्ट में दस गेंद डालने का अनुभव रखने वाले ठाकुर और कुल तीन टेस्ट का अनुभव रखने वाले भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने निराश नहीं किया।
वॉर्नर पूरी तरह फिट नहीं थे और क्रीज पर सहज भी नहीं दिखे। वह एक रन बनाकर सिराज की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच दे बैठे। रोहित ने अपने दाहिने ओर डाइव लगाकर यह कैच लपका। वेस्टइंडीज के खिलाफ 2018 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करके महज 10 गेंद डाल सके ठाकुर ने आउटस्विंग पर हैरिस को चकमा दिया और वह पांच के निजी योग पर स्क्वेयर लेग में वाशिंगटन सुंदर को कैच देकर पविलियन लौटे।
अपने प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस समस्या से जूझ रही भारतीय टीम के लिए सुंदर और नटराजन ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। नटराजन भारत के 300वें टेस्ट क्रिकेटर बने और एक ही दौरे पर तीनों फॉर्मेट में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी बन गए ।
उन्हें अभ्यास गेंदबाज के तौर पर रोका गया था लेकिन प्रमुख गेंदबाजों की चोटों के कारण उन्हें टेस्ट में भी पदार्पण का मौका मिल गया । सिडनी टेस्ट के नायक रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी चोट के कारण बाहर हैं जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हरफनमौला रविंद्र जडेजा भी चोटों के कारण यह टेस्ट नहीं खेल सके।