जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए प्रधान पद के दावेदारों ने कमर कस ली है। प्रधान प्रत्याशी गांव के चप्पे- चप्पे पर नजर बनाये हुए है कि इस बार कोरोना काल को देखते हुए गांव के मतदाताओं को कैसे रिझाया जाए।
प्रधान पद के दावेदारों ने इस बार चुनाव प्रचार का नया तरीका इजाद किया है। उन्होंने अपनी राजनीति में कोरोना को जोड़ते हुए नए तरीकों से मतदाताओं तक पहुंचने को योजना बनाई है।
ये भी पढ़े: सीधे हाथ के अंगूठे से खुद जांच लें, आपको कोरोना तो नहीं
ये भी पढ़े: कंगना रनौत को कौन टॉर्चर कर रहा है?
इस बार गांव की सरकार बनने के लिए गंवई नेता टोपी, गमछा के बिना प्रचार करते हुए नजर आ जाये तो हैरान मत होइएगा क्योंकि इस बार प्रचार के तरीका भी बदला हुआ नज़र आएगा।
इस पंचायत चुनाव में इस बार मास्क के जरिए प्रचार- प्रसार की तैयारियां तेज हो गयी हैं। भावी प्रत्याशी मास्क के जरिए अपने नाम को मतदाताओं के मुंह पर चिपकाएंगे। एक ओर जहां प्रत्याशी नि:शुल्क मास्क बांटकर महामारी से बचाव के लिए चल रही लड़ाई में शामिल होंगे और प्रचार भी हो जाएगा।
ये भी पढ़े: …तो इस वजह से फिर टल सकता है ओलम्पिक
ये भी पढ़े: ऑफिस जाने वाले पुरुषों की तुलना में कम नहीं है गृहिणियों की अहमियत
15 मार्च से सात अप्रैल के बीच संभावित पंचायत चुनाव को देखते हुए प्रधान पद के भावी प्रत्याशियों ने अब कमर कस ली है। दर्जनों प्रत्याशियों ने मास्क पर अपने प्रधान पद की प्रचार सामग्री छापने के लिए ऑर्डर दे दिया है। किसी ने 10 हजार तो किसी ने 15 हजार मास्क की छपाई के लिए ऑर्डर दिया है।
बाराबंकी के एक गांव से प्रधान पद के दावेदार ने बताया कि उन्होंने 10 हजार मास्क पर कोरोना से बचाव के लिए सामग्री के साथ खुद के पक्ष के मतदान करने की सामग्री छपवाने के लिए ऑर्डर दे दिया है। इससे पैसे का सदुपयोग तो होगा ही साथ ही कोरोना के प्रति लोग जागरूक भी होंगे।
वहीं एक अन्य गांव के प्रधान पद के भावी प्रत्याशी ने 20 हजार मास्क पर प्रचार और कोरोना से जागरूकता की सामग्री छापने का ऑर्डर दिया है। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 29.99 लाख वोटर अपनी गांव की सरकार चुनेंगे।
ये भी पढ़े: जडेजा के इस थ्रो से ढेर हुए स्मिथ, वायरल हुआ VIDEO
ये भी पढ़े: दुनिया के बड़े बैंक भी हैं प्लास्टिक प्रदूषण के ज़िम्मेदार