जुबिली न्यूज़ डेस्क
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख को लेकर जारी सीमा विवाद पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। रक्षा मंत्री का कहना है कि चीन के साथ लद्दाख सीमा पर जारी विवाद का अभी कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया है। ऐसे में एलएसी पर स्थिति यथास्थिति ही बनी हुई है। हालांकि चीन के साथ बातचीत का सिलसिला जारी है, जल्द ही सैन्य लेवल की एक और चर्चा होनी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर कोई देश विस्तारवाद की नीति अपनाता है, तो भारत के पास इतनी ताकत है कि वो उसे अपनी जमीन में रुकने से रोक सके। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से सीमा को लेकर विवाद है, ऐसे में अच्छा होता कि ये पहले ही खत्म हो गया होता। अगर ऐसा होता, तो आज की स्थिति नहीं होती।
उन्होंने कहा कि चीन सीमा की अपनी ओर से लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है, लेकिन भारत भी अपनी सेना और नागरिकों के लिए काम कर रहा है। हम किसी पर आक्रमण करने के लिए नहीं बल्कि अपनी सुविधा के लिए ऐसा कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि, ‘हमारी तैनाती में कोई कमी नहीं आएगी। मुझे लगता है कि उनकी तैनाती में भी कमी नहीं आएगी। मुझे नहीं लगता कि यथास्थिति एक सकारात्मक नतीजा है। लगातार वार्ता का दौर जारी है और वे एक सकारात्मक परिणाम दें, इसी की कामना है।’
China has been doing a lot of infrastructure development in its border areas. India is also developing infrastructure at a fast pace for people at the border and for soldiers there. We are not developing infrastructure to attack any country but for our people: Defence Minister pic.twitter.com/dc1NSBs7ML
— ANI (@ANI) December 30, 2020
इसके अलावा पाकिस्तान से सटी सीमा को लेकर भी रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना में क्षमता है कि वो सीमा पार जाकर दुश्मन को खत्म कर सके। भारत पूरी तरह से मुस्तैद है और हमारी सीमाओं से छेड़खानी का करारा जवाब उन्हें मिलेगा।
India will not tolerate anything that hurts its self-respect.
Being soft does not mean that anyone can attack our pride and we sit and watch silently. India will not compromise on its pride: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/9twfaiXtAV— ANI (@ANI) December 30, 2020
गौरतलब है कि अप्रैल से भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव बरकरार है। दोनों देशों की सेना बड़ी संख्या में सीमा पर मुस्तैद हैं, अबतक दोनों देशों की सेना के बीच वार्ता के कई दौर हो चुके हैं लेकिन वो सभी बेनतीजा निकली है।
किसान आंदोलन पर क्या बोले राजनाथ सिंह?
वहीं 32 दिनों से चल रहे किसान आन्दोलन को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि किसानों पर इस तरह का आरोप नहीं लगना चाहिए. ‘हम किसानों का सम्मान करते हैं, वो हमारे अन्नदाता हैं। सरकार किसानों के साथ कृषि कानून को लेकर के हर मसले पर चर्चा करने को तैयार है, नए कानून किसानों की भलाई के लिए हैं। अगर किसी को कोई समस्या है तो सरकार चर्चा को तैयार है।’
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इसके अलावा उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि वो एक किसान परिवार में पैदा हुए हैं, ऐसे में वो राहुल गांधी से अधिक खेती के बारे में जानते हैं। कृषि कानूनों को किसानों की भलाई के लिए लाया गया है।