जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। 2020 खट्टी मीठी यादों के साथ विदा लेने को है। ये साल काफी कुछ सिखा कर जा रहा है। बाजार ने मार्च का वो पैनिक भी देखा फिर उसके बाद ऊंचाई पर ऊंचाई भी देखी। कई शेयरों ने 2020 में निवेशकों की तिजोरियां भी भरी।
2020 में देश ही नहीं दुनिया ने लॉकडाउन का दंश झेला है। जिसकी वजह से देश- दुनिया का बाजार बंद रहा। इस कारण न केवल अर्थव्यवस्था गिरी बल्कि शेयर बाजार धड़ाम रहा। नतीजा ये रहा कि आज देश को बेरोजगारी का मुँह देखना पड़ रहा है।
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साल 2020 कई अन्य क्षेत्रों की तरह शेयर बाजार के लिए भी 2020 कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। जनवरी में नए ऊंचाई छूने के बाद जहां कोरोना को लेकर बाजार में कोहराम रहा, वहीं अर्थव्यस्था में सुधार और वैक्सीन को खबरों से मार्केट को नई ऊर्जा भी मिली।
साल के आखिरी समय आने के साथ ही 2021 में बाजार की संभावनाओं को लेकर अनुमानों का दौर शुरू हो चुका है। अब देखना ये होगा कि शेयर बाजार से आने वाले वाले साल में क्या उम्मीदें है और कौन से ऐसे सेक्टर्स, शेयर्स, फंड्स हैं जहां पर एक अच्छी कमाई होने के असार है।
जबकि 2020 में बाजार की चाल पर नजर डालें तो NIFTY 50 ने 13 फीसदी, SENSEX ने 12 फीसदी, MIDCAP ने 18 फीसदी और SMALLCAP ने 28 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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भारतीय बाजारों में FII द्वारा निवेश किसी भी समय के सर्वाधिक स्तर पर हैं। नवंबर 2020 में पहली बार एक ही महीने में इक्विटी मार्केट में 50,000 करोड़ रूपये से ज्यादा रूपये डाले गए। साल के दूसरी छमाही में आने वाले IPO को बाजार का पुरजोर समर्थन मिला है। हाल में आए दो पब्लिक इशू बर्गर किंग इंडिया और बेक्टर्स फूड को और उससे पहले ग्लैंड फार्मा, मझगांव डॉक, रूट मोबाइल आदि को जमकर सब्सक्राइब किया गया था।
वहीं 2020 ब्लाकबस्टर IPO का साल भी रहा है। 2020 के धमाल मचाने वाले IPO के चलते निवेशकों के पैसे एक ही दिन में दोगुने हुए हैं। 2020 ब्लाकबस्टर IPO के लिए जाना जाएगा। एक से बढ़कर एक महारथियों ने बाजार में धमाल मचाया है।
नए साल से है उम्मीदें
अर्थव्यस्था के पटरी पर लौटने की गति में रफ्तार के साथ ही बाजार के और चढ़ने की संभावना है। कई जानकारों के अनुसार मिड कैप एवं स्मॉल कैप के शेयर लार्ज कैप से ज्यादा मुनाफा बना सकते हैं। अलग- अलग इन्वेस्टमेंट फर्म और रेटिंग एजेंसियों ने भी अपने अनुमान लगाने शुरू कर दिए हैं।
मॉर्गन स्टेनली भारत के बारे में ओवरवेट रेटिंग रखते हुए BSE के इंडेंक्स सेंसेक्स के 2021 के अंत तक 50000 पार कर जाने का अनुमान जताया हैं। पहले कंपनी ने जून 2021 तक सेंसेक्स के 37,500 पहुंचने का अनुमान ही रखा था। विशेष परिस्थितियों में कंपनी ने बेयर मार्केट के लिए 37000 जबकि बुलिश मार्केट के लिए 59000 तक का अनुमान रखा हैं।
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प्रतिष्ठित कंपनी JP मॉर्गन भी निफ्टी को दिसंबर 2021 तक 15000 के पार देखती हैं। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म BNP परिबास ने सेंसेक्स के लिए 50500 का बुलिश अनुमान रखा हैं।
भारत की ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार 2021 बाजार के लिए काफी खास नहीं होगा। कंपनी ने सेंसेक्स के 2021 के अंत में 46000 के वर्तमान स्तर के पास रहने की ही संभावना व्यक्त की हैं।
रिसर्च और ब्रोकरेज कंपनी एक्सिस सिक्योरिटीज के अनुसार दिसंबर 2021 में निफ्टी 14600 के करीब व्यापार कर रहा होगा। ICICI सिक्योरिटीज इस समय निफ्टी के 14,900 के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद करती हैं।
इनका रह सकता हैं बोलबाला?
सेंसेक्स, निफ्टी जैसे बेंचमार्क इंडेक्सों की तरह ही कुछ स्टॉक्स और सेक्टरों से नए वर्ष में काफी उम्मीदें हैं। इस साल फार्मा और IT आदि सेक्टरों के स्टॉक्स में अच्छी उछाल दिखी हैं लेकिन आने वाले साल के लिए परिस्थितियों में बदलाव मुमकिन हैं। मार्केट न्यू ईयर सर्वे में एनालिस्ट द्वारा अलग-अलग सेक्टरों और स्टॉक्स को लेकर संभावना जताई गई हैं।
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ज्यादातर एक्सपर्ट्स ने इस सर्वे में भारती एयरटेल को लेकर अच्छी उम्मीद जताई हैं जबकि अनुमान हैं कि बजाज फाइनेंस फिसड्डी साबित हो सकता हैं। इसके अलावा अच्छे बैलेंस शीट वाले प्राइवेट बैंकों के भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद हैं। काफी जानकारों द्वारा PSU बैंकों के बुरा प्रदर्शन जारी रहने का अनुमान लगाया गया हैं।
जानकारों का कहना है
हम मार्च से शुरू हुए बुल मार्केट में हैं और हालंकि हमें करेक्शन की उम्मीद करनी चाहिए, इक्विटी मार्केट में उछाल की और संभावना हो सकती हैं।
- रिद्धम देसाई, इक्विटी एनालिस्ट, मॉर्गन स्टेनली
अगर आगे देखें तो ग्लोबल रिस्क एप्पेटाइट में में लगातार वृद्धि से भारतीय शेयर बाजार को इकोनॉमी में कमजोरी के बावजूद और उछाल मिलेगी।
- शिलन शाह, सीनियर इंडिया इकोनॉमिस्ट, कैपिटल इकोनॉमिक्स
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