जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. सिर्फ मास्क लगाने भर से कोरोना वायरस से बचाव नहीं हो सकता. मास्क को ज़रूरी करार दिया गया है लेकिन मास्क के भरोसे रहने से कोरोना आपको छोड़ देगा इस ग़लतफ़हमी को दूर कर लेने की ज़रूरत है.
एआईपी पब्लिशिंग में पब्लिश फिजिक्स ऑफ़ फ्लूड्स में शोध करने वालों ने लम्बी स्टडी के बाद यह खुलासा किया है कि सिर्फ मास्क के बल पर कोरोना से नहीं बचा जा सकता.
शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में यह पाया है कि मास्क पहनने के साथ-साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी बहुत ज़रूरी है. अगर मास्क तो पहनते हैं लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते हैं तो कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
शोधकर्ताओं ने अपने इस शोध में यह पाया है कि मास्क लगाने वाला अगर दूसरे व्यक्ति से कम से कम छह फिट की दूरी बनाकर नहीं रहता है तो उसके करीब रहने वाला व्यक्ति अगर खांसता या छींकता है तो उसके संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है भले ही व्यक्ति मास्क लगाए हुए भी हो.
इस शोध में यह पाया गया है कि दो व्यक्ति अगर छह फिट की दूरी पर हों तब एक के खांसने या छींकने पर मास्क लगाए व्यक्ति तक संक्रमण नहीं पहुँचता है लेकिन अगर यह दूरी कम है तब मास्क उसकी मदद नहीं कर पाता है.
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स्टडी में पाया गया है छींकने या खांसने पर छोटे वायरस के 200 मिलियन तक कण निकल सकते हैं. छींकने या खांसने वाला व्यक्ति अगर संक्रमित हुआ तो वह छह फिट से कम दूरी पर मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है.