जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. जर्मन की बायोनटेक और अमेरिका की फ़ाइज़र वैक्सीन का डेटा चुराने के बाद साइबर अपराधियों ने माडर्ना वैक्सीन का डेटा चुराने के लिए वहां भी साइबर हमला कर दिया है. माडर्ना ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि उसके कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ चोरी हो गए हैं.
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक़ जब यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने माडर्ना को इस बात की जानकारी दी कि उस पर साइबर अटैक हुआ है और उसके दस्तावेज़ चोरी हो गए हैं तब उसे खुद इस बात की जानकारी हो पाई. यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी के मुताबिक़ जब कम्पनी अपनी वैक्सीन के एप्रूवल के लिए सरकार के पास दस्तावेज़ भेज रही थी उसी दौरान यह साइबर अटैक हुआ था.
माडर्ना से पहले फ़ाइज़र और बायोनटेक की फाइलों को गैरकानूनी तरीकों से एक्सेस किया जा चुका है. माडर्ना पर साइबर हमला इस वजह से भी अहम है क्योंकि यह वैक्सीन फ़ाइज़र और बायोनटेक की तुलना में काफी सस्ती है. इस वैक्सीन का ट्रायल कामयाब रहा है और इसके इस्तेमाल की अमेरिका में अनुमति है और ब्रिटेन में अनुमति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
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माडर्ना के कम दाम को देखते हुए दुनिया के तमाम देशों की निगाहें इसी तरफ लगी हुई हैं. इस वैक्सीन से उम्मीदें इसलिए भी ज्यादा हैं क्योंकि एक तरफ यह दाम में काफी कम है और ट्रायल में यह बाकी वैक्सीनों से काफी आगे है.