जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. भोपाल के हमीदिया अस्पताल में शुक्रवार की शाम हुई लापरवाही से पूर्व पार्षद की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त नाराजगी जताई है. मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा.
दरअसल हमीदिया अस्पताल में शुक्रवार की शाम अचानक बिजली चली गई. बिजली जाने के दस मिनट बाद ही जनरेटर भी बंद हो गया. बिजली लगभग दो घंटे बाद आयी. बिजली न होने की वजह से हाईफ्लो सपोर्ट पर चल रहे दो मरीजों की मशीनें भी बंद हो गईं. इससे 67 वर्षीय पूर्व पार्षद अकबर खान की मौत हो गई.
हमीदिया अस्पताल में लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है. कोरोना के दो मरीजों की मौत इससे पहले भी हो चुकी है. हमीदिया अस्पताल में बिजली जाने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था ठीक न होने की वजह से मरीजों की जान पर बन आई. उस समय अस्पताल के कोरोना वार्ड में 64 मरीज़ भर्ती थे. 11 मरीज़ आईसीयू में थे. इस लापरवाही की वजह से सभी मरीजों की जान पर बन आयी थी.
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मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हमीदिया अस्पताल में बिजली के बैकअप के लिए सरकार ने जनरेटर की व्यवस्था कर रखी है. इसके बावजूद हमीदिया अस्पताल में तीन मौतें हो जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि सरकार हर चीज़ का बजट एलाट करती है. ऐसे में ज़िम्मेदार कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो उसे बख्शा नहीं जायेगा.