जुबिली न्यूज डेस्क
थायराइड एक आम बीमारी बन गई है जिससे हर दूसरा परेशान है। बदलते खानपान और रहन-सहन की वजह से थायराइड की समस्या बढ़ती जा रही है। थायराइड की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कई गुना अधिक होती है।
थायराइड मेटाबॉलिज्म से जुड़ी बीमारी है। जिसका मेटाबॉलिज्म बिगड़ा वह इसकी चपेट में आ जाता है। थाइराइड गर्दन के सामने और स्वर तंत्र के दोनों तरफ होती है। ये ग्रंथी तितली के आकार की होती है।
थायराइड दो प्रकार का होता है – हाइपरथायराइडिज्म और हाइपोथायराइड।
थायराइड में देखा जाता है कि जिसको ये होता है उसका वजन अचानक से बढ़ जाता है या कभी अचानक से कम हो जाता है। थायराइड को ठीक करने के लिये वेसे तो दवाइयां हैं लेकिन यह कुछ ही समय तक काम करती हैं।
यदि आपको थायराइड को दूर करना है तो आपको अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजों का सेवन करना होगा जो इस बीमारी को जड़ से खतम कर दे। तो चलिए जानते हैं कि वो कौन सी चीज है जिसके सेवन से थायराइड को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
थायराइड मरीज क्या खाएं
थायरायड के मरीज को आयोडीनयुक्त भोजन करना चाहिए। आयोडीन थाइराइड ग्रंथि के दुष्प्रभाव को कम करता है। इसलिए इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए।
इसके अलावा बादाम और सूरजमुखी के बीज को आहार में शामिल करें। इसमें आयरन और कॉपर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इनके सेवन से थायराइड के फंक्शन में मदद मिलती है। इसलिए आयरन पाने के लिये आपको अपनी डाइट में बादाम और सूरजमुखी के बीज खाने चाहिये।
थायराइड से छुटकारा पाना है तो साबुत अनाज का सेवन करें। साबुत अनाज में ज्यादा मात्रा में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर होता है। अनाज खाने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढती है।
थायराइड मरीजों को पुराना भूरा चावल, जई, जौ, ब्रेड, पास्ता और पापकॉर्न खाना चाहिए।
मुलेठी
जिन लोंगो को थायराइड होती है उन्हें मुलेठी का सेवन करना चाहिये। इसमें ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो थायराइड ग्रंथि को संतुलित करन में मदद करता है और थकान को मिटाता है।
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मछली है फायदेमंद
नॉन वेज पसंद करने वालों को मछली जरुर खानी चाहिये। मछली में ज्यादा मात्रा में आयोडीन पाया जाता है। वैसे तो सभी मछलियों में आयोडीन पाया जाता है, लेकिन समुद्री मछलियों में ज्यादा मात्रा में आयोडीन पाया जाता है। इसलिए समुद्री मछली जैसे, सेलफिश और झींगा खाना चाहिए जिसमें ज्यादा मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है।
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इसके अलावा ट्यूना, सामन, मैकेरल, सार्डिन, हलिबेट, हेरिंग और फ्लाउंडर, ओमेगा -3 फैटी एसिड की शीर्ष आहार स्रोत हैं।
दूध-दही
थायराइड से छुटकारा पाने के लिए अपने आहार में दूध और दही को भी शामिल करें। दूध और दही में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं।
दही के सवेन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। प्रोबायोटिक्स थाइराइड रोगियों में गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
फल और सब्जियां
अच्छे स्वास्थ्य के लिए फल और हरी सब्जी खाने की सलाह दी जाती है। फल और सब्जिया एंटीऑक्सीडेंट्स का प्राथमिक स्रोत होती हैं जो कि शरीर को रोगों से लडने में सहायता प्रदान करती हैं।
सब्जियों में पाया जाने वाला फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत करता है जिससे खाना अच्छे से पचता है। इसलिए थायराइड को भगाना है तो फल और सब्जियों से दोस्ती करें।
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इसके अलावा हरी और पत्तेदार सब्जियां भी थायरायड ग्रंथि की क्रियाओं के लिए अच्छी होती हैं। हाइपरथायराइडिज्म हड्डियों को पतला और कमजोर बनाता है इसलिए हरी और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिसमें विटामिन-डी और कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
लाल और हरी मिर्च, टमाटर और ब्लूबेरी खाने में शरीर के अंदर ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट जाता है। इसलिए थायरायड के रोगी को फल और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।