जुबिली न्यूज़ डेस्क
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जेईई मेन और नीट 2021 की परीक्षाओं को लेकर छात्रों और अभिभावकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेबस कम किया जा सकता है। इसको लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है। इसके साथ ही अगर कोरोना की स्थिति कण्ट्रोल में नहीं रहती हैं तो इन परीक्षाओं को स्थगित भी किया जा सकता है।
एक सवाल का जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम नीट, जेईई परीक्षा को वर्ष में दो बार आयोजित करने पर विचार कर रहे हैं। इसके लिए स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत चल रही है। इसपर जल्द फैसला लिया जाएगा।
छात्रों ने इस वर्ष हुए पढ़ाई के नुकसान का हवाला देते हुए शिक्षामंत्री से एनटीए द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सिलेबस भी 10 से 20 प्रतिशत कम करने की मांग की थी। साथ ही एंट्रेंस एग्जाम्स का सिलेबस तय करने से पहले सभी स्टेट बोर्ड से बात करने को कहा है।
Interacting with teachers, parents and students on upcoming competitive/board exams. #EducationMinisterGoesLive @EduMinOfIndia @SanjayDhotreMP @PIB_India @MIB_India @DDNewslive https://t.co/qOsUBJ2J30
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) December 10, 2020
इसके अलावा सीबीएसई एग्जाम 2021 के संबंध में पूछे गए सवाल पर निशंक ने बताया कि छात्रों को परीक्षा के नए पैटर्न के आधार पर तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। ऐसा जरुरी नहीं की मार्च में ही परीक्षाएं आयोजित की जाये। संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए एग्जाम डेट्स घोषित की जाएंगी। साथ ही प्रैक्टिकल एग्जाम की डेट्स किसी भी एंट्रेस एग्जाम की डेट से क्लैश नहीं होंगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि सीबीएसई 10वीं 12वीं परीक्षाओं की दिनाकों को लेकर छात्रों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। परीक्षाओं के शुरू होने से काफी पहले एग्जाम डेट को जारी कर दिया जाएगा। विद्यार्थियों को तैयारी करने का पर्याप्त समय मिलेगा। इस बार सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर 30 फीसदी तक सिलेबस में कटौती कर दी गयी है
इसके अलावा उन्होंने छात्रों की उलझनों को दूर करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि सीबीएसई बोर्ड ने मार्कशीट से फेल शब्द भी हटा लिया है। सीबीएसई की परीक्षा में कोई फेल नहीं होगा। ऑनलाइन मोड से स्कूली छात्रों की पढ़ाई को बेहतर से बेहतर ढंग से करवाने की कोशिश की जा रही है। भारत की नई शिक्षा नीति की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है।