जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। किसान आंदोलन अब चरम पर है। सरकार के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोल रखा है। सड़कों पर किसानों का आंदोलन लगातार तेज होता दिख रहा है।
इस वजह से सरकार भी मुश्किलों में नजर आ रही है। आलम तो यह है कि सरकार ने किसानों का बातचीत के लिए बुलाया है। उधर किसानों के सड़क पर अचानक उतरने पर राजनीति भी देखने को मिल रही है।
केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष भी अब लगातार हमला बोल रहा है। कांग्रेस के बाद सपा ने सरकार को घेरा है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने बीजेपी की आलोचना की है और कहा है कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है।
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अखिलेश यादव ने ट्वीट कर किसान आंदोलन पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है।
ये अमीरों की पक्षधर भाजपा का खेती-खेत, छोटा-बड़ा व्यापार, दुकानदारी, सड़क, परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है। अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं।
किसानों को आतंकवादी कहकर अपमानित करना भाजपा का निकृष्टतम रूप है. ये अमीरों की पक्षधर भाजपा का खेती-खेत, छोटा-बड़ा व्यापार, दुकानदारी, सड़क, परिवहन सब कुछ, बड़े लोगों को गिरवी रखने का षड्यंत्र है.
अगर भाजपा के अनुसार किसान आतंकवादी हैं तो भाजपाई उनका उगाया न खाने की कसम खाएं. pic.twitter.com/BAD6NSiBYZ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 29, 2020
अखिलेश यादव ने कल कहा था कि किसानों के साथ यह सरकार आतंकियों जैसा व्यवहार कर रही है। इस तरह से किसानों पर लाठी किसी सरकार ने नहीं चलाई होगी।
उन्होंने कहा कि यह वही लोग हैं जिन्होंने किसानों से वादा किया था कि उनका कर्ज भी माफ करेंगे और उनकी आमदनी भी दुगनी करेंगे, लेकिन यह सत्ता में आ गए तो किसान और बर्बाद हो गया।