जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. योगी सरकार ने लव जेहाद पर क़ानून बनाने के लिए विधानसभा सत्र बुलाने के बजाय कैबिनेट से अध्यादेश पास कर राज्यपाल से हरी झंडी ले ली लेकिन इस क़ानून के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने कमर कस ली है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि धर्मांतरण क़ानून विधेयक जब विधानसभा में आएगा तो उनकी पार्टी इसका विरोध करेगी.
राज्यपाल की मंजूरी की बाद उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 की अधिसूचना जारी हो गई है. यह क़ानून कथित लव जिहाद को रोकने के लिए बना क़ानून है.
अखिलेश यादव ने कहा है समाजवादी पार्टी ऐसे किसी क़ानून के पक्ष में नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार तो अंतरजातीय और अंतर्धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन दे रही है तो दूसरी तरफ इस तरह का क़ानून बनाकर अपना दोहरा बर्ताव दिखा रही है.
कांग्रेस और बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत करने के बाद अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क़ानून और उनके दावों पर जमकर कटाक्ष किये.
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के लोगों से अच्छा झूठ कोई नहीं बोल सकता. जनता 2022 में इन झूठों को सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि 2022 के बाद उत्तर प्रदेश का माहौल बेहतर हो जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कल सोलर ऊर्जा को लेकर किये गए दावों पर अखिलेश यादव ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री सोलर पैनल के बारे में कुछ जानते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा था कि 2022 तक सोलर पैनल से दस हज़ार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो जाएगा.
यह भी पढ़ें : 20 साल बाद पता चला कि बेटा तो पड़ोस के गाँव में पल रहा है
यह भी पढ़ें : कंगना को अचानक ऋतिक रोशन और आदित्य पंचोली भले इंसान क्यों लगने लगे
यह भी पढ़ें : कंगना के बारे में यह बोलकर और फंस गईं मुम्बई की मेयर
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : मोहब्बत ऐसे क़ानून को मानने से इनकार करती है
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों के साथ यह सरकार आतंकियों जैसा व्यवहार कर रही है. इस तरह से किसानों पर लाठी किसी सरकार ने नहीं चलाई होगी. उन्होंने कहा कि यह वही लोग हैं जिन्होंने किसानों से वादा किया था कि उनका कर्ज़ भी माफ़ करेंगे और उनकी आमदनी भी दुगनी करेंगे, लेकिन यह सत्ता में आ गए तो किसान और बर्बाद हो गया.