जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कंगना मामले में बाम्बे हाईकोर्ट के फैसले से नाराज़ मुम्बई की मेयर का चौंकाने वाला बयान आया है. उन्होंने कंगना के बारे अमर्यादित टिप्पणी की है. शिवसेना की मेयर किशोरी पेड्नेकर ने अदालत के फैसले पर अध्ययन के बाद अपनी रणनीति तय करने की बात कही है.
शिवसेना की इस मेयर ने कंगना के बारे में जो बातें कही हैं उसके बाद यह मसला और भी तूल पकड़ने की संभावना है. अब तक कंगना और संजय राउत के बीच ही जंग चल रही थी लेकिन अब इस जंग का दायरा मेयर तक पहुँच गया है.
बाम्बे हाईकोर्ट के फैसले के बाद तमतमाई मेयर ने कंगना को दो टके का बताते हुए कहा है कि वह अदालत को भी राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहती है.
दरअसल अपने दफ्तर पर हुई मुम्बई महानगर पालिका की कार्रवाई के खिलाफ कंगना रनौत ने बाम्बे हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. हाईकोर्ट ने कंगना के दफ्तर पर हुई तोड़फोड़ को गलत बताते हुए कहा कि यह बदले की भावना से किया गया काम है. मुम्बई महानगर पालिका को किये गए नुक्सान की भरपाई करनी होगी.
बाम्बे हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद मुम्बई की मेयर किशोरी पेड्नेकर भड़क गईं. वह बोलीं कि हम लोग तो हैरान हैं. एक अभिनेत्री जो रहती हिमाचल में है और हमारी मुम्बई को पीओके कहती है.जो दो टके के लोग अदालत को भी राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहते हैं.
#WATCH: Everyone is surprised that an actress who lives in Himachal, comes here & calls our Mumbai PoK… such 'do takke ke log' want to make Courts arena for political rivalry, it's wrong: Mumbai Mayor Kishori Pednekar on Bombay HC setting aside BMC notices to Kangana Ranaut https://t.co/DZi7GVeFI2 pic.twitter.com/UPlLvygIxI
— ANI (@ANI) November 27, 2020
मेयर ने कार्रवाई को बदले की कार्रवाई मानने से इनकार करते हुए कहा कि अदालत के फैसले को पढ़ने के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी.
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न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ मेयर ने कहा है कि मुम्बई नगर निगम अधिनियम की धारा 354 ए के सम्बन्ध में हाईकोर्ट ने पहले जो फैसले दिए हैं उन्हें भी पढ़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस अधिनियम में नगर निकाय और उसके अधिकारीयों को अवैध निर्माण रोकने का अधिकार दिया गया है. इसी अधिनियम के तहत कंगना को नोटिस जारी किया गया था. जो भी हुआ वह उचित प्रक्रिया के तहत हुआ.