जुबिली न्यूज़ डेस्क
पूरे देश में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब तक 91 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। जबकि करीब 1.5 लाख लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। इस कोरोना वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। इसके बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने जानकारी दी है।
उन्होने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में 250 कोरोना वैक्सीन कंपनी हैं। इनमें से 30 की नजर भारत पर है। वहीं देश में भी पांच वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। अगले साल यानी 2021 के पहले तीन महीने में हमें वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। और सितंबर 2021 तक 25 से 30 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दे दी जाएगी।
सबसे पहले इन्हें मिलेगी वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना वैक्सीन सबसे पहले हेल्थ वर्कर को मिलेगी। उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर, पुलिस और पैलामिलिट्री फोर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद 65 साल से ऊपर के उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगी। फिर 50 साल से ज्यादा वाले ग्रुप को और फिर कोमर्बिडिटी के मरीजों को।
रिकवरी रेट सबसे अधिक
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकारों और लोगों को लगातार जागरुक किया गया है। साथ ही इसकी गाइडलाइन को भी सख्ती से पालन किया जा रहा है। खतरनाक स्थिति होने के बाद भी देश में कोरोना कंट्रोल में है। 90 लाख कंफर्म केसों में करीब 85 लाख मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इससे पता चलता है कि भारत का रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के हालात चिंताजनक है जहां पिछले समय में कोरोना के मामले बढ़ रहे है। हमने लोगों को आगाह किया था। बेसिक प्रोटोकॉल को फॉलो करने का निर्देश दिया गया है। पहला केस 30 जनवरी को आया था। इसके बाद हमने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की। हमारी टीम हर जगह जा रही है।
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दिल्ली की हालातों पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यहां की हालत को कंट्रोल में लाने के लिए केंद्र ने दो बार दखल दिया था। राज्य सरकार को हर तरह की जानकारी दी गई। इसका नतीजा रहा है कि कोरोना का खतरा कम हुआ। अब एक बार फिर केंद्र ने दखल दिया है। यहां पर कोरोना टेस्ट ज्यादा से ज्यादा कराने पर जोर दिया जा रहा है।
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उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के साथ ही लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह कोरोना को नियंत्रित करें। कुछ पढ़े-लिखे लोगों की लापरवाही के कारण दिल्लीवासियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। RT-PCR की क्षमता को बढ़ाया गया है। मोबाइल टेस्टिंग वैन की शुरुआत की जा रही है। हम जो कुछ भी कर सकते थे, वो कर रहे हैं।
इस तरह से रोका जा सकता है कोरोना
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना को टेस्ट और ट्रेसिंग से ही रोका जा सकता है। ट्रेसिंग की जरूरत तुरंत है।जहां पर ज्यादा कोरोना फ़ैल रहा है। वहां पर टेस्ट किया जाना चाहिए। दिल्ली में पॉल्युशन भी एक सबसे बड़ी समस्या है। मैंने पहले ही लोगों को आगाह कर दिया था। कई राज्यों में समस्या कम हो गई है। हम सभी सरकारों के संपर्क में हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जल्द ही कोरोना प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं। पीएम पहले ही दिन से ही लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हम सरकारों के साथ मिलकर कोरोना को हराएंगे।