जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी के बाद अमेरिका और चीन के बीच उपजे व्यापारिक गतिरोध के बीच तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख डॉक्टर लोबसांग सांगे ने व्हाइट हाउस का दौरा किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक शुक्रवार को डॉक्टर सांगे ने व्हाइट हाउस में तिब्बत मामलों के नवनियुक्त समन्वयक रॉबर्ट डेस्ट्रो से मुलाकात की।
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फिलहाल बीते छह दशकों में तिब्बत की निर्वासित सरकार के किसी नेता का यह पहला आधिकारिक अमेरिकी यात्रा है।
टीओटी के अनुसार अमेरिका के इस कदम से चीन के साथ पहले से चल रहे तल्ख रिश्तों में और तनाव पैदा हो सकता है।
It is a great honor to be the first political head of the Central Tibetan Administration to formally enter the White House https://t.co/nbdVONjlmg
— Lobsang Sangay (@Drlobsangsangay) November 20, 2020
वहीं जानकारों का कहना है कि केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के लिए यह एक ऐतिहासिक कदम है क्योंकि इससे सीटीए की प्रजातांत्रिक व्यवस्था और इसके राजनीतिक प्रमुख दोनों को मान्यता मिलती है।
मालूम हो कि केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) का मुख्यालय भारत स्थित हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में है।
वहीं अमेरिकी यात्रा पर सीटीए के प्रवक्ता ने कहा, “हमें खुशी है कि दो लोकतंत्र एक दूसरे को मान्यता दे रहे हैं। सीटीए और इसके नेता का व्हाइट हाउस में स्वागत एक अच्छी शुरुआत कही जा सकती है। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में अमेरिकी अधिकारियों के साथ सीटीए की भागीदार का सकारात्मक चलन बढ़ेगा।”
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