जुबिली न्यूज़ डेस्क
इस बार का जी-20 सम्मेलन सऊदी अरब में होने वाला है। यह सम्मेलन 21 से 22 नवम्बर तक चलेगा। इस शिखर सम्मेलन के होने से पहले ही सऊदी अरब ने रियाद के नोटों को वापस ले लिया है। दरअसल इस बार सऊदी अरब में छपे 20 रियाल बैंक नोट पर भारत का गलत मैप छापा गया था। इस नोट में अविभाजित जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग दिखाया गया था।
इसके बाद सऊदी अरब में छपे इन नोटों पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी। इसके बाद सऊदी अरब ने नोट को वापस लेने का कदम उठाया। ख़बरों के अनुसार, इन नोटों को वापस लेने के साथ साथ उसकी छपाई को बंद भी कर दिया गया है।
भारतीय राजदूत औसाफ सईद ने 28 अक्टूबर को इस मुद्दे को उठाया था। 20 रियाल के नोट में बनाए गए वैश्विक मैप में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाया गया था।
बता दें कि जो बैंक नोट छापे गये थे उसमें एक तरफ किंग सलमान और जी-20 सऊदी समिट का लोगो था, तो दूसरी तरफ जी-20 देशों को वैश्विक मैप था। मैप में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके), गिलगित-बाल्टिस्तान सहित पूरे जम्मू-कश्मीर को अलग देश के रूप में दिखाया गया था।
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इस मामले में विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बीते दिन बताया था कि, ‘हमने सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ भारतीय सीमाओं के गलत चित्रण का मामला उठाया था। इसके साथ ही नई दिल्ली में भी सऊदी के अधिकारियों से बात हुई। इस मामले में हमें सऊदी अधिकारियों ने ये बताया है कि उन्होंने इस मामले में हमारी चिंताओं को नोट किया है।’
ख़बरों के अनुसार, फ़िलहाल इस मामले को संभाल लिया गया है और जो मुद्रा ‘स्मारिका और संचलन के लिए नहीं थी, उसे वापस ले लिया गया था। जाहिर है कि सऊदी अरब में हो रहे 15वें जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता सऊदी अरब के किंग करेंगे।
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21-22 नवंबर तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन को ‘सभी के लिए 21 वीं सदी के अवसरों का एहसास’ विषय पर आयोजित किया गया है। इस बार जी-20 सम्मेलन वर्चुअल होगा।