जुबिली न्यूज़ डेस्क
100 वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य में आज यानी गुरूवार को लखनऊ विश्विद्यालय का शताब्दी समारोह की शुरुआत हुई। इस समारोह का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस खास मौके पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। इन सबके अलावा विश्वविद्यालय के पूर्व व वर्तमान छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। यह शताब्दी जलसा इस पूरे हफ्ते तक जारी रहेगा। इस मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए खास व्यवस्था की गई है साथ ही अधिक से अधिक लोग इसे देख सकें इसके लिए इसकी यू ट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग की जा रही है।
गुरूवार से शुरू होने वाला ये शताब्दी समारोह 25 नवंबर तक चलेगा। बताया जा रहा है कि इस समारोह के समापन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। हालाँकि वो वर्चुअली शामिल होंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाडी सुरेश रैना ने भी शामिल होने की सहमति जताई है।
सीएम ने उप मुख्यमंत्री की तारीफ
उद्घाटन समरोह का शुभारम्भ सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज लखनऊ विश्वविद्यालय ने 100 साल पूरे किये हैं इन 100 सालों के इतिहास पर हमे गर्व है लेकिन इसके साथ इसमें जो कमियां मौजूद हैं उनका आकलन करना भी जरूरी है। कोरोना काल के दौरान जिस तरह से उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत की वो काबिले तारीफ है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौतियों में लखनऊ विश्वविद्यालय ने न केवल तकनीक का उपयोग करते हुए वर्चुअल कक्षाएं चलाई बल्कि PM की ‘वोकल फॉर लोकल’ यानी आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने का भी प्रयास किया। ये सब सोने पर सुहागा का काम करती है।
गुरुवार को होने वाले प्रमुख कार्यक्रम
शताब्दी समारोह में सबसे पहले उद्घाटन समारोह : सुबह 11 बजे से 12 बजे तक, विरासत से परिचय-सुबह 12:30 बजे, साहित्यिक उत्सव का अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी से शुभारंभ होगा। इसके बाद शाम 5:30 बजे अवध की रोशन चौकी कार्यक्रम में पद्मश्री मालिनी अवस्थी व यतीन्द्र मिश्रा मौजूद रहेंगे।
बदली रहेगी प्रवेश की व्यवस्था
लविवि में शताब्दी समारोह के दौरान परिसर में प्रवेश की व्यवस्था कुछ बदली बदली रहेगी। इस दौरान आगंतुकों के लिए गेट संख्या तय की गई है। गेट संख्या दो से अति विशिष्ट अतिथि, विशिष्ट अतिथि, गणमान्य नागरिक, सम्मानित अतिथि, जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी एवं आमंत्रित मीडिया कर्मी प्रवेश करेंगे। वहीं शिक्षक, कर्मचारी पदक विजेता छात्र-छात्राएं गेट संख्या चार और पांच से प्रवेश कर सकेंगे। गेट संख्या एक के पास वाहन खड़े करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
शताब्दी समारोह के दौरान कोरोना वायरस की गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है। भीड़ प्रबंधन के लिए विश्वविद्यालय ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत बेहद सीमित संख्या में ही लोगों को आमंत्रित किया गया है।
उद्घाटन समारोह में भी 100 से 150 के बीच ही लोग उपस्थित रहेंगे। मालवीय सभागार की कुल क्षमता करीब 400 व्यक्तियों की है, इसके बावजूद यहां पर सिर्फ 150 लोग ही रहेंगे। बिना कार्ड किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके साथ ही सभागार में एक कुर्सी छोड़कर बैठने की व्यवस्था की गयी है। कुर्सी पर टेप चिपका होगा ताकि उस पर कोई ना बैठे।
इसके अलावा जो लोग समारोह से जुड़ना चाहते हैं उनके लिए लाइव स्ट्रीम की व्यवस्था की गई है, ताकि वे कैंपस आए बिना पूरे समारोह को घर बैठे ही आनंद उठा सके। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने भी लोगों से अपील की है कि परिसर आने के बजाय घर से लाइव स्ट्रीमिंग के द्वारा समारोह का आनंद उठाएं।