जुबिली न्यूज़ डेस्क
धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार ये त्योहार 13 नवंबर को शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा। इसकी पूजा का शुभ समय शाम 5:30 बजे से 6:00 बजे तक रहेगा। ज्योतिषों के अनुसार इस दिन खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है।
इस दिन लोग सोना, चांदी से लेकर दोपहिया चार पहिया गाड़ी तक खरीदते हैं। इन सबके साथ ही इस दिन झाड़ू खरीदने की भी खास परंपरा है। तो आइए जानते हैं कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने की क्या महत्ता है।
झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी घर में वास करती हैं। इसके लिए अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो धनतेरस के दिन झाड़ू जरूर खरीदें।
ये भी माना जाता है कि झाड़ू से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और घर में सकारात्मकता का संचार होता है। झाड़ू को घर में सुख समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन झाड़ू खरीदने के बाद उसपर एक सफेद रंग का धागा बांधना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर की आर्थिक स्थिति में स्थिरता आती है।
साथ ही ये भी ध्यान देना चाहिए कि धनतेरस के दिन जब भी आप झाड़ू खरीद कर लाएं तो उसे फर्श पर लिटाकर रखें। दरअसल झाड़ू को खड़ा रखना अपशकुन माना जाता है। उसको घर के कोने में छिपाकर रखा जाता है। झाड़ू पर पैर नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी मां रुष्ट हो जाती हैं।
इसके अलावा दिवाली के दिन मंदिर में झाड़ू दान करने की भी परंपरा है। कहा जाता है कि इस दिन झाड़ू दान करने से घर में लक्ष्मी आती हैं। लेकिन इसके लिए आपको झाड़ू धनतेरस के दिन ही खरीद लेनी चाहिए।
यही नहीं ये भी कहा जाता है कि कभी भी घर में उल्टा झाड़ू नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में कलह बढ़ती है। झाड़ू को कभी भी घर से बाहर या फिर छत पर नहीं रखना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से घर में चोरी होने का डर बना रहता है।