जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी राह आसान होगी।
लोजपा ने एनडीए से अलग होकर 137 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पार्टी को महज एक सीट पर जीत मिली है। लोजपा ने जेडीयू को इस चुनाव में काफी नुकसान पहुंचाया है।
कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार की सीटें 43 तक इसलिए सीमित रह गई क्योंकि चिराग ने उनके वोट काट लिए। चिराग पासवान का पूरा कैंपेन भी नीतीश विरोधी था। हालांकि चिराग ने बीजेपी के खिलाफ प्रत्याशी न के बराबर उतारे थे।
चुनाव के दौरान चिराग कहते थे कि वो किसी भी हाल में नीतीश कुमार को सीएम नहीं बनने देंगे, लेकिन बुधवार को जब वह प्रेस कॉन्फ्ऱेंस करने आए तो उनका तेवर नीतीश को लेकर थोड़ा नरम दिखा।
क्या आप नीतीश कुमार को सीएम बनने पर बधाई देंगे? के सवाल पर चिराग ने मुस्कुराते हुए कहा-पहले बन तो जाएं।
दोबारा ये सवाल करने पर चिराग पासवान ने कहा,”बिल्कुल, अंततोगत्वा पुन: नीतीश कुमार हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। मैंने हमेशा इस बात को कहा है कि सबसे पहले तो मैं बिहारी हूं, तो बिहारी होने के नाते कोरोना काल में भी मैंने सारे सवाल मेरे मुख्यमंत्री से उठाए थे, चाहे वो कोटा के बच्चों का हो या प्रवासी मज़दूरों का हो, और अगले पांच साल भी मेरे सवाल जो भी सीएम से रहे उन्हीं से रहेंगे।
लोजपा प्रमुख ने कहा कि मुझे पता नहीं ये घोषणा हुई है कि नहीं, लेकिन अगर नीतीश कुमार जी मुख्यमंत्री बनते हैं तो मेरी पार्टी की ओर से उनको ढेर सारी शुभकामनाएं दूंगा। मैंने हमेशा कहा है कि उनके लिए मेरा व्यक्तिगत सम्मान पहले जैसा था वैसा ही रहेगा, राजनीतिक विरोध जैसा कल भी था, आज भी है, वो मतभेद जरूर रहेगा।
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पार्टी की हार पर चिराग ने कहा, ”हमारा जनाधार और वोट प्रतिशत बढ़ा है। लोजपा नई ताकत के साथ सामने आई है और 2025 में हमारी राह आसान होगी। तमाम विपरीत परिस्थितियों में जिस तरह हमारे प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा उस पर मुझे गर्व है।
उन्होंने कहा कि चुनाव में लोजपा को 6 फीसदी वोट मिला है। आने वाले समय के लिए इससे एलजेपी के लिए मजबूत जमीन तैयार होगी।
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हार के अन्य कारणों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल हम लोगों को सीटों की समझ नहीं थी और हम जिस गठबंधन का हिस्सा थे उससे भी हमें संदेश काफी देरी से मिला। बाद में तय हुआ कि चुनाव साथ नहीं लडऩा है। मेरे पिता का निधन हुआ। 10 दिनों तक मैं चुनाव प्रचार का हिस्सा नहीं रहा ऐसे में हमें प्रचार का समय भी नहीं मिला।
चिराग पासवान ने कहा, ”ऐसा नहीं है कि हम अप्रासंगिक हो गए हैं। मैं ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ की दिशा में काम करता रहूंगा। नरेंद्र मोदी का धन्यवाद, उनकी वजह से ही बिहार में एनडीए की सरकार बनी है। जब प्रधानमंत्री खुद इसकी मॉनिटरिंग करेंगे तो बिहार आगे बढ़ेगा।”