जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले साल नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन मामले में लखनऊ पुलिस ने कई आरोपियों पर 5000 का इनाम घोषित कर दिया है।
पुराने लखनऊ में आरोपियों के पोस्टर भी लगाए लगा दिए गए हैं। मौलाना सैफ अब्बास और शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तेन नूरी की तस्वीरें भी आरोपियों के पोस्टर में शामिल हैं। कुल 15 लोगों की तस्वीर पोस्टर में दिख रही है।
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जानकारी के अनुसार 8 आरोपियों को गैंगस्टर एक्ट के प्रावधानों के तहत वांटेड घोषित किया गया है। सभी आरोपियों के घर के बाहर भी नोटिस चस्पा की गई है। हिंसा में शामिल लोगों की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और फोटो के माध्यम से पहचान हुई है। मुकदमा भी दर्ज किया गया था।
पुलिस द्वारा राजधानी लखनऊ के थानों और सार्वजनिक स्थलों पर इन प्रदर्शनकारियों की तस्वीर वाले पोस्टर लगाए गये हैं। इन पोस्टर पर प्रदर्शनकारियों की तस्वीरों के साथ उनका पता भी लिखा गया है। इसके अलावा पोस्टर पर लिखा गया है कि इन प्रदर्शनकारियों की जानकारी देने वाले को 5 हजार नकद इनाम दिया जाएगा।
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हिंसा भड़काने के आरोपी पुलिस की सख्ती व कुर्की के आदेश के बाद कोर्ट में आत्मसमर्पण की फिराक में हैं। वहीं पुलिस इन्हें हर हालात में गिरफ्तार करने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए कोर्ट से लेकर इनके करीबियों पर 24 घंटे नजर बनाए हुए है। पोस्टर पर पुलिस अधिकारियों के नंबर भी हैं, जिन पर इसकी जानकारी दी जा सकती है।
सहायक पुलिस आयुक्त आई.पी सिंह मुताबिक हिंसा में शामिल 8 लोगों के पोस्टर लगाए गये हैं। तीन लोगों ने सरेंडर किया है। जो फरार हैं उन पर 5 हजार रूपये का इनाम भी घोषित है।
ज्ञात हो कि 2019 में भारत में नागरिकता देने के लिए नागरिकता संशोधन कानून बनाया था। इसके बाद देशभर में हिंसक घटनाएं हुईं। राजधानी लखनऊ भी इससे अछूता नहीं रहा। यहां 19 दिसंबर 2019 को चार थाना क्षेत्रों में सीसीए-एनआरसी के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया गया। विरोध की आड़ में उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था।
पथराव और गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए थे। परिवर्तन चौक पर पुलिस की गाड़ियों में आग तक लगा दी गई थी। वहीं, हुसैनाबाद पुलिस चौकी में भी उपद्रवियों ने आगजनी की थी। इस मामले में हजरतगंज, कैसरबाग, ठाकुरगंज, हसनगंज व चौक थाने में दर्जनों एफआईआर दर्ज की गई थीं।
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