जुबिली न्यूज डेस्क
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी नतीजों के लिहाज से बेहद अहम अपने गृह राज्य फ्लोरिडा में कांटे की टक्कर के बाद अपना कब्जा बरकरार रखा है।
माना जाता है कि अमेरिका में सत्ता का रास्ता फ्लोरिडा होकर जाता है। उधर, डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी को करारा झटका देते हुए लंबे समय बाद एरिजोना पर कब्जा कर लिया है। इसके साथ ही एरिजोना के 11 वोट अब बाइडेन को मिल गए हैं जिससे वह राष्ट्रपति चुनाव की रेस में बने हुए हैं।
दूसरी ओर जितनी चर्चा डोनान्ड ट्रंप की हार और जीत की हो रही है उतनी ही चर्चा वहां पर परिणाम आने के बाद बनने वाली स्थिति की भी हो रही है। दरअसल, अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क से कुछ तस्वीरें आईं हैं। ये तस्वीरें अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस की हैं।
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व्हाइट हाउस के चारों तरफ स्टील के नए बैरियर लगाए गए हैं, एक सुरक्षित घेरा बनाया गया है। चर्चा है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों के बाद हिंसा हो सकती है। इसलिए व्हाइट हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन तस्वीरों में आप उसी नए सुरक्षा घेरे को देख रहे हैं। कहा जा रहा है कि 8 हजार फीट से ज्यादा लंबे ये बैरियर बहुत मजबूत हैं और इन्हें नुकसान पहुंचाना लगभग असंभव है।
अमेरिका में हिंसा की आशंका ने वहां के लोगों को भी थोड़ा बेचैन जरूर कर दिया है। व्हाइट हाउस और अमेरिका भर में प्रमुख वाणिज्यिक मार्गों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। खुदरा विक्रेताओं ने अपने दुकान को किसी भी संभावित नुकसान से बचाने के लिए सुरक्षा कवर से लैस कर दिया है।
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अमेरिका के न्यूयॉर्क में बड़ी-बड़ी दुकानों की सुरक्षा के लिए उन्हें लकड़ी के बोर्ड्स से ढंका जा रहा है। न्यूयॉर्क में दुनिया के टॉप ब्रांड्स की दुकानें हैं, इन दुकानों को भव्य बनाने के लिए ग्लास यानी शीशे का इस्तेमाल किया गया है।
अब इन दुकानदारों को हिंसा होने पर निशाना बनाए जाने का डर है। इसलिए ये अपनी खिड़कियां और दरवाजों को लकड़ी के बोर्ड से सुरक्षित कर रहे हैं। इसी वर्ष मई महीने में भी न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स और शिकागो में हिंसा हुई थी, तब दुकानों को लूट कर उनमें तोड़फोड़ उनमें आग लगा दी गई थी।
देश भर में विरोध प्रदर्शनों का जवाब देने में मदद करने के लिए लगभग 600 नेशनल गार्ड सैनिकों को भी तैनाती की गई है। अधिकारियों को उत्तर में न्यूयॉर्क और बोस्टन से लेकर दक्षिणी ह्यूस्टन तक वाशिंगटन डीसी और पूर्व में शिकागो से लेकर पश्चिम में सैन फ्रांसिस्को तक प्रमुख दुकानों और व्यवसायों को सुरक्षित बनाने में जुटी हुई है।
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खबर है कि अमेरिका के कई राज्यों में बंदूकों की बिक्री 80 फीसदी तक बढ़ गई है। पेंसिल्वेनिया, मिशिगन जैसे स्विंग वोटर्स वाले राज्यों में हथियारों की बिक्री में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है जिससे हिंसा होने की आशंका जताई जा रही है।
सोशल मीडिया पर भी चुनाव नतीजे आने के बाद बड़ी संख्या में हिंसा होने की आशंका वहां जताई जा रही है। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि पोस्टल बैलेट से चुनाव होने की वजह से परिणाम आने में देरी हो सकती है। ऐसे में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक प्रतिक्रिया सामने आ सकती है, जिनमें हाल ही में खरीदे गए हथियारों का जबरदस्त इस्तेमाल हो सकता है। कुछ लोगों ने आशंका जाहिर की है कि वहां सिविल वॉर जैसी भी स्थिति बन सकती है।