जुबिली न्यूज़ डेस्क
मध्य प्रदेश में दो दिन बाद यानी 3 नवम्बर को उपचुनाव होने है। ऐसे में चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। सभी उम्मीदवार जोर शोर से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। प्रचार के बीच नेताओं की विवादित टिप्पणी भी हो रही हैं। इस पर चुनाव आयोग कड़ी नजर बनाये हुए हैं। ताजा मामला प्रदेश सरकार में मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी को लेकर हैं।
दरअसल चुनाव आयोग ने इमरती देवी पर प्रचार के लिए बैन लगा दिया है यानी आज वो प्रचार नहीं कर पाएंगी। ये कारवाई विवादित बयान देने के आरोप में की गयी हैं । चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन पर इमरती देवी के प्रदेश में कहीं भी एक नवंबर को एक दिन के लिए सार्वजनिक सभाओं, जुलूसों, रैलियों, रोड शो में भाग लेने और मीडिया साक्षात्कार देने पर रोक लगाई है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किये गये आदेश में कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद 324 और इस संबंध में प्राप्त अन्य सभी अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए इमरती देवी के मध्य प्रदेश में कहीं भी एक नवंबर को एक दिन के लिए चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है।’
गौरतलब है कि इमरती देवी को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रैली के दौरान आइटम जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।इसके बाद इस पर पलटवार करते हुए इमरती देवी ने भी कमलनाथ के खिलाफ गलत बयानबाजी कर दी, सिर्फ इतना ही नहीं इमरती देवी ने कमलनाथ के परिवार की महिलाओं को भी इस विवाद में घसीट लिया।
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इसके बाद जब चुनाव आयोग के नोटिस भेजा तो उन्होंने इन आरोपों को नकार दिया। लेकिन इस बार आयोग काफी सख्त है। इसलिए आयोग ने उनके खिलाफ एक्शन लिया है। इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर भी चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें स्टार प्रचारक से हटा दिया था।
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चुनाव ने अपने दिए गये आदेश में कहा था कि कमलनाथ के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें लगातार आ रही थीं। बीजेपी नेता इमरती देवी को आइटम बोलने के बाद कमलनाथ ने एक अन्य सभा में शिवराज सिंह को नौटंकी कलाकार भी कहा था।
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इसके बाद चुनाव आयोग ने कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है। हालांकि, कमलनाथ इस दौरान भी कांग्रेस के लिए प्रचार कर सकते हैं लेकिन उनके प्रचार पर जाने के चलते होने वाला पूरा खर्च उम्मीदवार को उठाना होगा।