प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर स्थित ललित नारायण मिश्र अस्पताल में बने टॉयलेट में समाजवादी पार्टी के झंडे जैसी दिखने वाली टाइल्स को लेकर उठे विवाद को शांत करने के लिए रेलवे ने अपनी गलती मानते हुए टॉयलेट की टाइल्स पर सफ़ेद पेंट कराना शुरू कर दिया है.
समाजवादी पार्टी ने इस बात की जानकारी होने के बाद अपना विरोध शुरू कर दिया था. पार्टी ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात कर इसे पार्टी के झंडे का अपमान बताया था. विवाद बढ़ा तो रेलवे ने तत्काल फैसला लेते हुए टॉयलेट की टाइल्स पर सफ़ेद पेंट करने का आदेश दिया.
रेल अधिकारियों की बात मानें तो इस टॉयलेट का निर्माण 2018 में हुआ था. आज समाजवादी पार्टी ने जब ट्वीट के ज़रिये यह मामला उठाते हुए कहा कि दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों द्वारा राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना. एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगों का अपमान घोर निंदनीय. संज्ञान लें हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग.
सपा के इस ट्वीट के बाद पूर्वोत्तर रेलवे का ट्वीट में यह सफाई आई कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत गोरखपुर रेलवे हास्पीटल के टॉयलेट में लगे यह टाइल्स वर्षों पुराने हैं. इन टाइल्स को लगाने का उद्देश्य बेहतर साफ़ सफाई सुनिश्चित करना है. इसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई सम्बन्ध नहीं है. आइये साथ मिलकर स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग करें.
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रेलवे के इस ट्वीट के बाद सियासत तब गर्मा गई जब सपा कार्यकर्ताओं ने इस टॉयलेट में टाइल्स पर काला पेंट पोत दिया और रेल अधिकारियों को तत्काल इसे हटाने का अल्टीमेटम दिया. रेल अधिकारियों ने मौके की नजाकत को भांपते हुए फ़ौरन टाइल्स पर सफ़ेद पेंट करने का आदेश जारी कर दिया.