जुबिली न्यूज डेस्क
हाथरस गैंगरेप मामले की जांच कर रही तीन सदस्यीय एसआईटी आज अपनी रिपोर्ट नहीं पेश करेगी।
सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में बनाई तीन सदस्यीय एसआईटी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के लिए 10 दिन की और मोहलत दी है।
यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह विभाग) अवनीश के अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों के बाद विशेष जांच दल (एसआईटी) को अपनी रिपोर्ट देने का समय 10 दिन बढ़ा दिया है।
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सूत्रों के मुताबिक हाथरस मामले की पड़ताल में एसआईटी ने 100 से अधिक लोगों के बयान कलमबंद किए हैं। इसमें पीड़िता के परिवार के अलावा अभियुक्तों, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के बयान भी शामिल हैं। इस मामले में कुछ और अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है।
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Following the orders of Chief Minister Yogi Adityanath, the time given to the Special Investigation Team (SIT) to submit their report to the CM has been extended by 10 days: Awanish K Awasthi, State Additional Chief Secretary, Home Department. #HathrasCase
— ANI UP (@ANINewsUP) October 7, 2020
मालूम हो एसआईटी द्वारा प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने के बाद ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के एसपी, सीओ समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था।
सीबीआई को सौंपी जा चुकी है जांच
हाथरस कांड में चारों आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पीड़िता के परिवार और विपक्ष के आरोपों के मद्देनजर यूपी सरकार ने पहले तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिए थे। लेकिन इस कांड को लेकर सरकार और पुलिस के एक्शन पर सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद यूपी सरकार ने सोमवार को यह मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया।
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14 सितंबर को हाथरस जिले के एक गांव में 19 वर्षीय दलित लड़की से चार लड़कों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया था। इस लड़की की बाद में 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। मौत के बाद आनन-फानन में पुलिस ने रात में अंतिम संस्कार कर दिया था, जिसके बाद काफी बवाल हुआ। परिवार का कहना है कि उसकी मर्जी से पुलिस ने पीड़िता का अंतिम संस्कार किया, वहीं पुलिस ने इन दावों को खारिज किया।
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