जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. हाथरस काण्ड से योगी सरकार की इतनी किरकिरी होने के बावजूद उत्तर प्रदेश में पुलिस का महिला अपराधों को लेकर रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है. यूपी की पुलिस ने यह तय कर रखा है कि महिला अपराधों के मामलों को बगैर मुकदमा दर्ज किये ही रफा दफा कर देंगे.
राजधानी लखनऊ से सटे जिले हरदोई में बेटी से छेड़छाड़ से आहत एक परिवार पांच महीने तक कार्रवाई के लिए दौड़ने के बाद अब जिलाधिकारी के दफ्तर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गया है. इस परिवार का आरोप है कि न सिर्फ उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की गई बल्कि घर का सामान भी गायब कर दिया गया.
परिवार का कहना है कि इस सम्बन्ध में पुलिस से शिकायत की लेकिन पांच महीने तक पुलिस के चक्कर लगाने के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई तो दूर एफआईआर तक दर्ज नहीं की. मजबूर होकर इस परिवार को डीएम ऑफिस के बाहर भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होना पड़ा.
यह हालत तब है जबकि सीएम योगी का स्पष्ट आदेश है कि छेड़छाड़ जैसे मामलों की शिकायत मिलते ही पुलिस को तत्काल एक्शन लेते हुए एफ़आईआर दर्ज करनी होगी. बताया जाता है कि शहर कोतवाली के तहत आने वाले गाँव के प्रधान के नजदीकी लोगों ने इस परिवार की बेटी के साथ छेड़छाड़ की है. बेटी के चिल्लाने पर पहुंचे उसके पिता के साथ मारपीट की गई.
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लड़की के पिता ने 112 नम्बर पर पुलिस को सूचना दी तो पुलिस एक युवक को अपने साथ ले गई लेकिन कुछ ही देर में छोड़ दिया. इसके बाद इन लोगों ने पीड़ित परिवार का तीन हज़ार रुपये का सामान भी गायब कर दिया. इसके बाद से यह परिवार न्याय के लिए भटक रहा है.