जुबिली न्यूज़ डेस्क
हमीरपुर। बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने कहा है कि आज भी वह पृथक बुंदेलखंड राज्य के समर्थक है, सरकार से अनुदान मांगना भीख मांगने के बराबर है।
बुंदेला ने कहा कि आज भी वह पृथक बुंदेलखंड राज्य के समर्थक है। सरकार से अनुदान मांगना भीख मांगने के बराबर है। उन्होंने कहा कि जब वह भाजपा में शामिल हुये थे तो उन्होने साफ कहा था कि वह पृथक बुंदेलखंड राज्य का मुद्दा नही छोड़ेगे।
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फिल्म निर्माता एवं बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने कहा कि मुद्दा अभी ठंडा नही पड़ा है। अगले दो वर्ष के अंदर केंद्र सरकार बुंदेलखंड राज्य का गठन करेगी और उसमें फतेहपुर व कौशांबी जिलों को भी शामिल करने की योजना है। गठन के लिए जिलावार आबादी व राजस्व का विवरण मांगा गया है।
निजी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे राजा बुंदेला ने घाटमपुर के मूसानगर रोड स्थित गेस्ट हाउस में पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि वह बुंदेलखंड राज्य का संकल्प लेकर उत्तर प्रदेश आए थे और वह उस संकल्प से डिगे नहीं हैं।
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भाजपा छोटे राज्यों के निर्माण की पक्षधर है, इस वजह से वह राजनाथ सिंह के बुंदेलखंड गठन के आश्वासन पर भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा द्वारा छोटे राज्य के गठन के प्रयोग सफल हुए हैं और उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ व झारखंड आदि राज्यों की जीडीपी में भारी उछाल आया है।
बुंदेला ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐन चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए बुंदेलखंड राज्य के गठन का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। इसमें उत्तर प्रदेश के हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, जालौन, झांसी व ललितपुर के अलावा कौशांबी, फतेहपुर व कानपुर देहात एवं मध्यप्रदेश के 12 जिलों को शामिल करने का प्रस्ताव था।
वह कानपुर देहात को छोड़कर बाकी जिलों को प्रस्तावित बुंदेलखंड राज्य में शामिल करने के पक्षधर हैं। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों से भी मुलाकात की। भाकियू पदाधिकारियों ने चीनी मिल की पुनर्स्थापना, अन्ना मवेशियों की समस्या एवं पीएम किसान सम्मान योजना में पात्रों को धनराशि न मिलने की शिकायतें की।
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