जुबिली न्यूज़ डेस्क
आर्थिक राजधानी मुंबई में एक बड़ा हादसा हो गया। मुंबई से सटे भिवंडी में एक तीन मंजिला इमारत गिर गई है। इस इमारत के मलबे के नीचे करीब 35 से 40 लोग दब गये। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई।और राहत कार्य शुरू किया।
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों की मदद से 20 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।जबकि बाकी फंसे हुए लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। खबर के मुताबिक इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, जप तीन मंजिला इमारत के हिस्से के 21 फ्लैट में कई लोग गहरी नींद में सो रहे थे। अचानक रात 3 बजकर 20 मिनट पर भिवंडी के पटेल कंपाउंड में कोहराम मच गया। स्थानीय नागरिक और मनपा की टीम राहत और बचाव का काम कर रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
मरने वालों में जुबैर कुरैशी, फैजा कुरैशी, आयशा कुरैशी, बब्बू, फातमा जुबैर बाबू, फातमा जुबैर कुरैशी, उजेब जुबेर, अस्का अबिद अंसारी, अंसारी दानिश अलीद, सिराज अहमद शेख शामिल हैं।इसके अलावा सलमानी, रुक्सार कुरैशी, मोहम्मद अली, शाबिर कुरैशी, मोहम्मद अली, मोमिन समीउल्लाह, कैसर सिराज शेख, रुक्सार शेख सहित 11 लोग घायल हैं।
#UPDATE: 20 people have been rescued by locals. At least 20-25 people are feared to be trapped, as per initial information: NDRF #Maharashtra https://t.co/9juGy51cNW pic.twitter.com/kIAURWPdpt
— ANI (@ANI) September 21, 2020
थाणे नगर निगम के पीआरओ के अनुसार, 1984 में बने जिलानी अपार्टमेंट, मकान नंबर 69 नामक इमारत का आधा हिस्सा देर रात ढह गया।ये इमारत डेंजर लिस्ट में थी। इसे खाली करने के लिए नोटिस जारी किया जा चुका था। नोटिस मिलने के बाद कुछ लोग तो यहां से चले गए, लेकिन कुछ लोग इसमें रह रहे थे ।
ठाणे महानगर पालिका की ओर से बताया गया कि सुबह लगभग 04 बजे भिवंडी में एक तीन मंजिला इमारत गिर गई थी। स्थानीय लोगों द्वारा 20 लोगों को मलबे में से बचाया गया है। जबकि 20-25 और लोगों के फंसे होने की आशंका है।आरआरसी मुंबई से एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है और राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है।
बता दें कि पिछले महीने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड में एक पांच मंजिला इमारत गिर गई थी। तारिक गार्डन नाम की इस पांच मंजिला इमारत गिरने से तकरीबन 50 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जाहिर की गई थी। वो इमारत पुरानी नहीं थी। तालाब किनारे बनी वो इमारत महज दस साल पुरानी थी।